अस्पताल व् कोयला लोडिंग प्वांइट में पाई गई कई खामियां
एस.पी.सक्सेना/बोकारो। सीसीएल मुख्यालय रांची के अदेशानुसार गठित एरिया सेफ्टी बोर्ड का एक प्रतिनिधिमंडल मंडल 7 अप्रैल को बोकारो जिला (Bokaro district) के हद में सीसीएल कथारा प्रक्षेत्र के जारंगडीह अस्पताल, जारंगडीह रेलवे साइडिंग, जारंगडीह मैग्जीन व खुली खदान का औचक निरीक्षण किया। क्षेत्रीय सेफ्टी सदस्य मंडली के साथ एरिया सेफ्टी ऑफिसर के के झा व जारंगडीह के सेफ्टी अधिकारी संतोष कुमार (Santosh Kumar) मुख्य रूप से उपस्थित थे।
जबकि सेफ्टी टीम मे विभिन्न श्रमिक संगठनों के सदस्य यथा एनसीओईए के श्याम बिहारी सिंह दिनकर, इनमोसा के बैजनाथ नायक, सीएमयू के अनुप कुमार स्वाईं, एटक के बी के झा, भामस के राजकुमार मंडल तथा जेसीएमयू के नागेश्वर करमाली आदि शामिल थे।
क्षेत्रीय सेफ्टी टीम सर्वप्रथम जारंगडीह अस्पताल पहुंचा। उस समय लगभग 10:30 बज रहे थे। जबकि उस समय तक उक्त अस्पताल के एकलौता चिकित्सक डाक्टर साकेत सौरभ अपने कक्ष में नही पाये गये। इसके बाद पुरे अस्पताल का निरीक्षण टीम द्वारा किया गया। जिसमे कई खामियां पाई गई। अस्पताल के स्टाफ के पास मास्क नही था। मेल वार्ड का शौचालय गंदा था। अस्पताल में बिजली यानी लाईट का घोर अभाव था। आधे से अधिक बल्ब फ्यूज लटके थे। अस्पताल में एक भी फरमासिस्ट नही थे। कैटेगरी वन के कर्मी मरिजो को दवा वितरण कर रहे थे। टीम के अस्पताल पहुंचने की सूचना के बाद आनन फानन में चिकित्सक अस्पताल पहुंचे। निरीक्षण टीम जब उन से देर से आने की वजह पुछी तो उन्होने कहा कि हर दिन वे समय पर आते हैं आज गोमियां में एक कैम्प होना था उसमें जाने के कारण देर हुई। जांचोपरांत टीम के सदस्य ने मीडिया को बताया कि यह अस्पताल नही श्मशानघाट है। यहाँ अनगिनत कमियां व त्रृटि है। इसकी रिपोर्ट हेड आफिस को भेजा जायेगा। इसे फिर से ठीक करने का प्रयास किया जायेगा क्योंकि इस परियोजना मे मेनपावर काफी अधिक है। अस्पताल निरीक्षण के बाद टीम जारंगडीह रेलवे साइडिंग पहुंची। वहां का भी निरीक्षण कर पाये गये कमियों की रिपोर्ट तैयार की। यहां के बाद सेफ्टी बोर्ड की टीम जारंगडीह खुली खदान लोडिंग प्वांइट सहित खदान का निरीक्षण किया। यहां भी नियम विरुद्ध अनेको खामियां दर्ज की गई तथा अधिकारियों से इन खामियों को जल्द से जल्द ठीक करने की बाते कही गयी। खदान के बाद जांच दल मैग्जीन हाउस पहुंची तथा मैग्जीन की सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। यहां भी अनेको त्रुटियों को दर्ज किया गया, जबकि टीम के मैग्जीन पहुचने के पुर्व ही क्षेत्र के महाप्रबंधक एम के पंजाबी स्वंय मैग्जीन की मुख्य मार्ग का निरीक्षण किया।
बताता चलू कि इस निरीक्षण प्रक्रिया को रुटीन कार्यक्रम के रुप में देखा जा रहा है जो समय समय पर होता रहता है। रिपोर्ट भी क्षेत्रीय मुख्यालय सहित सीसीएल मुख्यालय रांची भेजा जाता है मगर स्थिति जस की तस बनी रहती है।
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