एस. पी. सक्सेना/समस्तीपुर (बिहार)। समस्तीपुर जिला के हद में ताजपुर प्रखंड के फतहपुरवाला वार्ड क्रमांक-11 रहिवासी रेखा कुमारी तथा ममता कुमारी ने जिला सिविल सर्जन को पत्र प्रेषित के आशा कार्यकर्त्ता बहाली में धांधली का आरोप लगायी है।
फ़र्जी प्रमाण पत्र पर आशा बहाली करने का आरोप लगाते हुए बहाली की जांच कर बहाली रद्द करने, बहाली करने वाले दोषी जनप्रतिनिधियों, सरकारी कर्मियों एवं अधिकारियों पर कार्रवाई कर पुनः बहाली करने की मांग को लेकर रहिवासी रेखा कुमारी एवं ममता कुमारी ने सिविल सर्जन एवं जिला स्वास्थ्य सचिव से मिलकर शिक़ायती आवेदन सौंपा है।
मामला ताजपुर प्रखंड के हद में फतेहपुर वाला पंचायत के वार्ड संख्या 11 का है, जहां बीते 4 मार्च को सारे नियमों को ताक पर रखकर आशा की बहाली करने की जानकारी मिली है। स्थानीय आवेदिका रेखा कुमारी एवं ममता कुमारी ने 5 मार्च को बताया कि उच्चतर डिग्रीधारी को दरकिनार कर निम्न डिग्रीधारी की बहाली की गई है।
बहाली में मिलीभगत कर फर्जी प्रमाण पत्र समेत उम्र से अधिक का आधार कार्ड आदि जमा कराया गया है। आमसभा से पारदर्शी तरीके से बहाली नहीं कर बंद कमरे में सेटिंग -गेटिंग कर बहाली किया गया है। आवेदिका ने 5 मार्च को समस्तीपुर के सिविल सर्जन एवं जिला स्वास्थ्य सचिव को शिकायती आवेदन देकर फर्जी प्रमाण पत्र पर बहाली की आशंका व्यक्त करते हुए मामले की जांच कर फर्जी बहाली रद्द करने, बहाली करने वाले जनप्रतिनिधियों, कर्मियों एवं अधिकारियों पर कार्रवाई करने के अलावा पुनः बहाली करने की मांग की है।
वहीं इस मामले में भाकपा माले ताजपुर प्रखंड सचिव सुरेंद्र प्रसाद सिंह ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कथित बहुचर्चित फर्जी आशा बहाली मामले की पारदर्शी तरीके से जांच कर उचित कार्रवाई की मांग की है।
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