दिल्ली में किसान आंदोलन पर लाठी- गोली चलाने से आक्रोशित थे किसान
एस.पी.सक्सेना/समस्तीपुर(बिहार)। किसान विरोधी तीनों काले कानून को वापस लेने, किसानों का केसीसी लोन माफ करने, नि:शुल्क खाद, बीज, बिजली, पानी, कृषि यंत्र देने, दिल्ली में किसान पर लाठी- गोली चलाने के आरोपी पर कारबाई करने, बिजली बिल 2020 वापस लेने, बोडिंग के लिए अलग फीडर से बिजली देने, प्रखंड के लंबित नल-जल योजना को पूरा करने, शाहपुर बधौनी में पुराने पाईप से नया कनेक्शन निकालने पर रोक लगाने आदि मांगों को लेकर 27 नवंबर को अखिल भारतीय किसान महासभा एवं भाकपा माले के बैनर तले नेशनल हाईवे जाम कर दिल्ली में किसान आंदोलन पर लाठी- गोली चलाने के विरोध में जमकर प्रदर्शन किया गया। किसानों ने पुनः समस्तीपुर जिला (Samastipur district) के हद में ताजपुर के राजधानी चौक (Rajdhani Chock Of Tajpur) से जुलूस निकालकर प्रखंड कार्यालय का घेराव किया।
इस दौरान आक्रोशित किसानों द्वारा घंटों सरकार विरोधी जोरदार नारेबाज़ी की जा रही थी। किसान ने मांगों से संबंधित नारे लिखे तख्तियां, झंडे, बैनर लहरा रहे थे।
मौके पर किसान नेता ब्रहमदेव प्रसाद सिंह की अध्यक्षता में एक सभा का आयोजन किया गया। इनौस जिला सचिव आशिफ होदा, अरशद कमाल बबलू, आइसा जिला संयोजक जीतेंद्र सहनी, मो० जावेद, पंसस नौशाद तौहीदी, बासुदेव राय, संजय शर्मा, मुकेश कुमार गुप्ता, ऐपवा जिला अध्यक्ष बंदना सिंह, भाकपा माले नेता सुरेन्द्र प्रसाद सिंह, बासुदेव राय, शंकर सिंह, रतन सिंह, मनोज सिंह, अनीता देवी, सोनिया देवी, राजदेव प्रसाद सिंह, साहिल समर, मलित्तर राम, प्रभात रंजन गुप्ता, मोतीलाल सिंह, जवाहर सिंह, जितेंद्र सहनी आदि ने सभा को संबोधित किया।
बतौर मुख्य वक्ता सभा को संबोधित करते हुए भाकपा माले ताजपुर प्रखंड सचिव सुरेन्द्र प्रसाद सिंह ने किसान विरोधी तीनों काला कानून के खिलाफ किसानों के दिल्ली चलो आंदोलन पर मोदी सरकार द्वारा लाठी- गोली चलाने की तीव्र निंदा करते हुए कहा कि जब किसान करवट लेते हैं तो देश करवट लेता है। अन्नदाता पर लाठी- गोली चलाने का बदला अन्नदाता मोदी सरकार से जरूर लेंगे। अंत में किसानों का एक 5 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने बीडीओ मनोज कुमार से मिलकर स्मार-पत्र सौपकर कारबाई करने अन्यथा आंदोलन तेज करने की चेतावनी देने के बाद गगनभेदी नारे लगाकर सभा समाप्ति की घोषणा की।
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