एस. पी. सक्सेना/गिरिडीह (झारखंड)। गिरिडीह जिला के हद में मधुबन स्थित जैन आस्था का प्रतीक भोमियाजी मंदिर में अलौकिक प्रतिष्ठा महोत्सव कार्यक्रम का आयोजन किया गया। बीते 18 अप्रैल से लगातार चल रहे उक्त कार्यक्रम में बड़ी संख्या में पुरे देशभर से जैन श्रद्धालू शामिल हो रहे हैं।
उक्त जानकारी देते हुए जैन समाज के झारखंड प्रदेश मीडिया प्रभारी हरीश दोशी उर्फ राजू भाई ने 21 अप्रैल को बताया कि मधुबन के सम्मेत शिखरजी तीर्थ ध्वजदंड चार सौ वर्ष प्राचीन भोमियाजी महाराज मंदिर जीर्णोद्धार के बाद उक्त मंदिर परिसर में उन्हें पुनः प्रतिष्ठापित किया गया। इस अवसर पर भोमियाजी मंदिर परिसर में जैन श्वेतांबर सोसाइटी द्वारा मंगल कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
राजू भाई ने बताया कि बीते 18 अप्रैल से भोमियाजी मंदिर परिसर में मंगल कार्यक्रम प्रारम्भ किया गया। जिसमें क्षेत्रपाल पूजन किया गया। इस अवसर पर महाराष्ट्र के मुंबई से आये गायक व् संगीतकार कुमार चटर्जी द्वारा देशभर के दर्जनों भजन मंडली द्वारा भोमियाजी की भक्ति का रसपान उपस्थित श्रद्धालुओं को कराया।
राजू भाई ने बताया कि बीते 19 अप्रैल को यहां नौग्रह पाटला पूजन, अष्टमंगल पाटला पूजन, दस दिकूपाल पाटला पूजन तथा अठारह अभिषेक पूजा संपन्न कराया गया। जबकि, बीते 20 अप्रैल को वरघोड़ा तथा भव्य प्रभात फेरी निकाली।
प्रभात फेरी में भोमियाजी महाराज प्रतिमा डोली को श्वेतांबर जैन समाज के तमल सिंह राजपुरिया, हिमांशु वुरट, देवेंद्रजी बेगानी, बिनोदजी डागा, हरीश दोशी उर्फ राजू भाई, सुबोध मेहता, तारा देवी रामपुरिया, संजय बदालिया, शशिकांतजी नौलखा, अजयजी बोथरा मधुबन जैन श्वेतांबर सोसाइटी के ट्रस्टिगण व् सदस्यगण शामिल थे।
उक्त संपूर्ण कार्यक्रम को संपन्न कराने में परम पूज्य आचार्य देव नवरत्न सागर के शिष्य मालवा भूषण विश्व रत्न सुरीश्वरजी महाराज साहब के देखरेख में किया गया। वही इनके द्वारा प्रवचन भी प्रस्तुत किया गया। जिसमें हजारों की संख्या में जैन साधक व् शिष्यगण शामिल हुए।
114 total views, 1 views today