विवेकानंद जयंती की पूर्व संध्या पर कस्तूरबा श्रीविद्या निकेतन में पूर्व छात्र सम्मेलन

एन. के. सिंह/फुसरो (बोकारो)। बोकारो जिला के हद में कस्तूरबा श्रीविद्या निकेतन फुसरो में स्वामी विवेकानंद जयंती की पूर्व संध्या पर 11 जनवरी को जयंती व् पूर्व छात्र सम्मेलन का आयोजन किया गया।

इस अवसर पर सर्वप्रथम कस्तूरबा श्रीविद्या निकेतन फुसरो के सचिव धीरज कुमार पांडेय, प्राचार्य रणसुमन सिंह, पूर्व छात्र परिषद शैलबाला कुमारी, कुमार गौरव, प्रदीप महतो एवं पूर्व छात्राओं द्वारा स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा पर माल्यार्पण व पुष्पार्चन किया गया। प्राचार्य ने भैया-बहनों को राष्ट्रीय युवा दिवस की शुभकामना देते हुए कहा कि स्वामी विवेकानंद का संपूर्ण जीवन सभी के लिए अनुकरणीय और वंदनीय है।

वे युवाओं के प्रेरणा स्रोत है। आज जरूरत है कि प्रत्येक युवा उनके विचारों को सुने, समझे और आत्मसात् करें। कहा कि भारत में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी उन्होंने भारतीय संस्कृति को एक विशेष पहचान दिलाई। यही कारण है कि उन्हें भारत में ही नहीं विदेशों में भी पूजा जाता है।

उन्होंने कहा कि आज हर्ष का विषय है कि‌ आज ही के‌ दिन श्रीराम जन्मभूमि मंदिर से प्रभु रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की प्रथम वर्षगांठ है। सभी भैया-बहनों को इसकी बहुत-बहुत बधाई। विद्या भारती विद्यालयों में प्रत्येक वर्ष पूर्व छात्र गोष्ठी व सम्मेलन का आयोजन किया जाता है। पूर्व छात्रों से यह अपेक्षा होती है कि वे समाज के विभिन्न क्षेत्रों में जाएँ और अपनी क्षमताओं व योग्यताओं का परिचय दें।

सचिव पांडेय ने स्वामी विवेकानंद के जीवन पर प्रकाश डालते हुए उनके जीवन से जुड़े महत्त्वपूर्ण प्रसंगों को भैया-बहनों के समक्ष रखा। उन्होंने भैया-बहनों से कहा कि मनुष्य को अपने जीवन का लक्ष्य निर्धारित करना चाहिए। उस लक्ष्य को पाने के लिए निरंतर परिश्रम करते रहना जरूरी है।

सफलता निश्चित ही प्राप्त होगी। इस अवसर पर विद्यालय के पूर्व छात्रों ने विद्यालय से जुड़े अपने अनुभवों व विचारों को साझा किया। विद्यालय परिवार द्वारा पूर्व छात्रों के आगमन पर हर्ष व्यक्त किया गया। कार्यक्रम को सफल बनाने में विद्यालय के समस्त आचार्य बंधु व् भगिनी का सराहनीय योगदान रहा।

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