असैनिक विभाग के कछुआ चाल से वेलफेयर कार्य हो रहा प्रभावित-अजय

जनहित की भावना के साथ खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं-दयाल

एस. पी. सक्सेना/बोकारो। बोकारो जिला के हद में सीसीएल कथारा क्षेत्र का सिविल विभाग कछुआ की चाल की तरह कार्य करने पर आमादा है। सिविल विभाग के धीमा चाल से क्षेत्र का खासकर वेलफेयर कार्य प्रभावित हो रहा है। उक्त बातें इंटक से संबद्ध राष्ट्रीय कोलियरी मजदूर यूनियन कथारा क्षेत्रीय अध्यक्ष अजय कुमार सिंह ने 3 अगस्त को कही।

उन्होंने कहा कि बीते 5 वर्ष पूर्व कथारा मोड़ से कथारा ओपी थाना तक सड़क बनाने का प्राक्कलन तैयार किया गया था। उक्त दूरी का टेंडर भी संपन्न हो गया। कार्य भी हुए। लेकिन 5 वर्ष गुजर जाने के बाद भी अधूरा पड़ा कार्य पूरा नहीं हो सका।

उन्होंने कहा कि असैनिक विभाग की घोर लापरवाही के कारण आज तक उक्त रोड का मरम्मति का कार्य नहीं किया जा सका। कहा कि क्षेत्र के रहिवासियों द्वारा प्रबंधन का कई बार ध्यान आकृष्ट कराया गया। वहीं संयुक्त हस्ताक्षर युक्त पत्र भी प्रेषित किया गया, लेकिन प्रबंधन उक्त समस्याओं को नजर अंदाज कर रहा है।

ज्ञात हो कि, इसे लेकर आरकेएमयू क्षेत्रीय अध्यक्ष एवं बेरमो विधायक प्रतिनिधि के द्वारा भी लिखित प्रबंधन का ध्यान आकृष्ट कराया गया, लेकिन प्रबंधन जनहित के मामलों से खिलवाड़ कर रहा है। सिविल विभाग के उदासीन रवैया के कारण श्रमिकों में गहरा आक्रोश है।

इस संदर्भ में क्षेत्रीय अध्यक्ष सिंह द्वारा क्षेत्र के महाप्रबंधक से मांग किया गया है की अधूरे पड़े रोड को अति शीघ्र नहीं बनाया गया तो जनमानस के भावना के साथ खिलवाड़ को लेकर विभाग के गलत कार्यों का पर्दाफाश होगा।

क्षेत्रीय अध्यक्ष ने कहा कि दुर्गा पूजा से पहले उक्त रोड बनाए जाने का कार्य अगर शुरू नहीं किया गया तो सिविल विभाग के खिलाफ जोरदार आंदोलन होगा। उन्होंने कहा कि दूसरी ओर स्वांग वाशरी का जलपान गृह लंबे समय से गौशाला की तरह बना हुआ है। असैनिक विभाग के समक्ष उक्त मामला को रखने के बावजूद विभाग का उदासीन रवैया समझ से परे है।

आरसीएमयू क्षेत्रीय सहायक सचिव दयाल यादव ने कहा कि मजदूरों के वेलफेयर की भावना के साथ खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं होगा। समय रहते प्रबंधन समस्याओं का निदान करने में अपनी दिलचस्पी नहीं दिखाई तो वे संगठन के माध्यम से जोरदार आंदोलन के लिए बाध्य होंगे।

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