एस.पी.सक्सेना/समस्तीपुर (बिहार)। सहयोगियों के साथ चर्चित महिला अधिकार कार्यकर्ता, ऐपवा जिलाध्यक्ष बंदना सिंह (Bandna Singh) ने शहर के विवेक- विहार मुहल्ला स्थित अपने आवास पर शांति, सौहार्दपूर्ण, स्वस्थ एवं दीर्घायु होने की कामना के साथ उगते सुर्य को अर्घ्य देकर छठ ब्रत का समापन किया।
मौके पर आभा प्रवीण, मीनू दूबे, स्तुति, प्रवीण कुमार, सुरेन्द्र प्रसाद सिंह, रवि कुमार दूबे, जीत, साहिल, सुजिका, मो. सगीर, मो. लाल समेत दर्जनों गणमान्य उपस्थित थे।
इस अवसर पर ऐपवा नेत्री सिंह ने उपस्थित ब्रतियों को संबोधित करते हुए कहा कि जिस प्रकार प्रकृति सबों के लिए घूप, छांव, अन्न, जल, फल, फूल आदि निष्पक्ष रूप से देती है, उसी तरह से संपूर्ण मानव समाज को मानव- मानव में बिना भेद किये सुख-दुःख में एक- दूसरे का सहयोगी बनना चाहिए।
उन्होंने कहा कि आडंबर से दूर प्रकृति की पूजा है। इसमें समाज के हरेक वर्ग का समान रूप से योगदान को दर्शाया गया है। जहाँ एक ओर किसानों के अन्न, आदि, हल्दी, ईख, पशुपालकों के दूध, घी, खोआ, डोम-डोमिन के दउरा, सूप तक के महत्व को दर्शाया गया है, वहीं दूसरी ओर अमीर-गरीब, ऊच – नीच में विभेद किये बिना जीवन के समतामूलक समाज को रेखांकित करता है।
यह पर्व पति- पत्नी- बच्चे केंद्रित परिवार के विरूद्ध सामूहिक परिवार के महत्व की विशेषता बताता है। यही कारण है कि सात समुंदर पार से भी लोग अपनों को याद करते हुए छठ में अपने गांव- घर का रूख करते हैं। हमें इस पर्व को और भी सकारात्मक ऊर्जा के साथ मनाने की ओर बढ़ना चाहिए।
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