प्रहरी संवाददाता/चाईबासा (पश्चिम सिंहभूम)। वीमेन डॉक्टर्स विंग आईएमए झारखंड एवं फोरेस्ट डिपार्टमेंट सारंडा वन प्रमंडल के संयुक्त तत्वधान में मेगा महिला स्वास्थ्य शिविर का आयोजन 14 जून को गुवा सेल अस्पताल में किया जायेगा।
उक्त शिविर के आयोजन में सेल अस्पताल गुवा एवं स्वास्थ्य विभाग पश्चिमी सिंहभूम का विशेष योगदान है। इस मेगा महिला स्वास्थ्य शिविर के मुख्य अतिथि होंगे चाईबासा जिला उपायुक्त (डीसी) कुलदीप चौधरी और विशिष्ट अतिथि होंगे चाईबासा के डीडीसी संदीप मीणा।
वूमेन डॉक्टर विंग आईएमए झारखंड पूरे राज्य में 2014 से सर्वाइकल कैंसर उन्मूलन अभियान चला रही है। अभी तक राज्य के 14 बड़े सरकारी अस्पतालों में जननांग संबंधी सूजन की पहचान एवं सर्वाइकल प्री-कैंसर के इलाज के लिए डिजिटल वीडियो कोल्पोस्कोप एवं क्रायो मशीन लगा चुकी है।
वीमेन डॉक्टर्स विंग आईएमए झारखंड की चेयरपर्सन डॉ भारती कश्यप ने 13 जून को एक भेंट में बताया कि संथाल परगना के गाँवों में कैंप लगाने के बाद सारंडा क्षेत्र में इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने अपना फोकस किया है।
यहां गुवा के कैंप के बाद लगातार नोवामुंडी, किरीबुरू और चक्रधरपुर में भी क्रमशः ज्योति सुरक्षा अभियान एवं जननी सुरक्षा अभियान चलाया जाएगा। इसके लिए मेगा स्वास्थ्य शिविर लगाए जाएंगे। जिसका उद्देश्य इस इलाके के आदिवासी जनजातीय एवं गरीब तबके की महिलाओं को जननांग संबंधी समस्याओं से मुक्त करना होगा।
डॉ कच्छप ने बताया कि योनि से बदबूदार स्त्राव, महिलाओं में रजोनिवृत्ति के उपरांत रक्तस्त्राव होना, शारीरिक संबंध के दौरान रक्तस्त्राव होना, दो माहवारियों के बीच में अचानक रक्तस्त्राव होना आदि इन लक्षणों से ग्रसित महिलाएं शिविर में आकर महिला रोग विशेषज्ञों की टीम से अपना मुफ्त जाँच एवं इलाज जरूर कराएं।
उन्होंने कहा कि जिन महिलाओं को जननांग संबंधी सूजन के लक्षण हो वे इस कैंप में आकर लाभ उठाएं, क्योंकि कैंप में सूजन के ट्रीटमेंट के लिए दवा दी जाएगी। उसके साथ-साथ आयरन फोलिक एसिड और कैल्शियम की 1 महीने की खुराक भी मुफ्त में दी जाएगी।
डॉ कच्छप ने हयूमन पेपिलोम वायरस (एचपीवी) द्वारा संक्रमण के खतरे के कारण बताये, जिसमें 18 वर्ष के कम आयु के पूर्व शारीरिक संबंध बनाना, एक से अधिक इंसानों के साथ शारीरिक संबंध बनाना, योन रोगों का व्यक्तिगत इतिहास, कई गर्भधारण, बिना डॉक्टर की सलाह के गर्भनिरोधक गोलियों का लम्बे समय तक प्रयोग, कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली, धूम्रपान/तम्बाकू का सेवन शामिल है।
उन्होंने बताया कि यदि आप ऊपर दिये गये किसी भी लक्षण को अनुभव करें तो शीघ्र ही डॉक्टर से सलाह लें। सभी विवाहित अथवा यौन सक्रिय महिलाओं को नियमित रूप से वीआईए (विजुअल इंस्पैक्शन विद एसेटिक एसिड) या पैप स्मियर टैस्ट के द्वारा जाँच करानी चाहिए।
सही जननांग स्वच्छता बनाएं रखें। किशोरावस्था एवं प्रारंम्भिक युवा अवस्था में यौन संबंध रखने से बचें। यौन प्रसारित बीमारियों से स्वयं को बचाएं, किसी भी प्रकार के तम्बाकू उत्पाद का प्रयोग न करें।
बताया कि 9 से 25 वर्ष के आयु में एचपीबी टीकाकरण करवा कर स्वयं को बचाए। अधिक सुरक्षा हेतु टीकाकरण किशोर अवस्था में यौन सक्रिय होने से पूर्व कराएं। याद रखें कि टीकाकरण के पश्चात भी नियमित रूप से जांच अवश्य कराएं।
इस अभियान में सेल गुवा के वरीय चिकित्सक सह संयुक्त निदेशक डॉ सी. मंडल के अगुवाई में सेल के डॉ अशोक कुमार अमन, डॉ गजेंद्र कुमार, डॉ विप्लव दास, डॉ आलोक कुमार, डॉ प्रियंका रानी पात्रा, डॉ आदित्य पारीख, डॉ मोनिका भेंगरा, डॉ एस सरकार, डॉ पॉलिनी सरकार अपने चिकित्सालय के सहयोगी टीम के साथ कार्यक्रम में शामिल होंगे।
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