अनुमंडलाधिकारी के पहल पर आरओ से वार्ता के बाद आंदोलन समाप्त
आंदोलन से भगाते बीडीओ के भगाने तक आंदोलन करेगी माले-सुरेंद्र प्रसाद सिंह
एस. पी. सक्सेना/समस्तीपुर (बिहार)। भाकपा माले एवं खेग्रामस द्वारा बीते 28 सितंबर से समस्तीपुर जिला के हद में ताजपुर अंचल सह प्रखंड कार्यालय पर शुरू अनिश्चितकालीन घेरा डालो-डेरा डालो आंदोलन 5वें दिन आश्वासन के बाद बीते 3 अक्टूबर की संध्या समाप्त कर दिया गया।
प्रखंड क्षेत्र के दलित-गरीबों द्वारा जमा किये गये फार्म पर 72 हजार से कम का आय प्रमाण-पत्र बनाने, भूमिहीनों को वासभूमि, कच्चा मकान वाले को पक्का मकान देने, सरकारी जमीन पर बसे को पर्चा, महिलाओं के समूह का लोन माफ करने, प्रीपेड स्मार्ट मीटर पर रोक लगाने एवं 2 सौ यूनिट बिजली फ्री देने, वृद्धावस्था, मोसमाती एवं दिव्यांग पेंशन 4 हजार रूपए करने, राशन में दाल-तेल-चीनी आदि शामिल करने, मनरेगा में लूट-भ्रष्टाचार बंद करने, बंद, अधूरे व् खराब मोटर जलमिनार को ठीक कर सभी वार्डों में पेय जलापूर्ति करने आदि मांगों को लेकर घेरा डालो, डेरा डालो आंदोलन चल रहा था।
इस दौरान प्रखंड, मनरेगा एवं अंचल कार्यालय पर प्रदर्शन किया गया। भाकपा माले नेताओं ने मांगों से संबंधित तख्तियां लेकर कार्यकर्ता के साथ धरना पर बैठे थे। मौके पर सभा का आयोजन किया गया। अध्यक्षता प्रखंड सचिव सुरेंद्र प्रसाद सिंह ने किया। उन्होंने कहा कि आय प्रमाण-पत्र, भूमि एवं आवास से संबंधित 548 फार्म भरकर जमा किया गया था, लेकिन आज तक प्रमाण-पत्र बनना शुरू नहीं किया गया है। भूमि एवं आवास का फार्म भी पेंडिंग है। उन्होंने कहा कि कार्यालय पर दलाल-विचौलिया का कब्जा है।
अधिकारी मानमानीपन पर उतर आये हैं। नल-जल योजनाओं में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार किया गया है। दो नंबर टंकी, मोटर, पाईप का इस्तेमाल किया गया है। मोतीपुर वार्ड-27 का पेयजलापूर्ति महीने भर से बंद है। वार्ड-26 का भी मोटर जला हुआ है। प्राक्कलन का पूरा राशि उठाव के बाबजूद दर्जनों नलजल अधूरा है।
सभा को जिला कमिटी सदस्य आसिफ होदा, प्रखंड कमिटी सदस्य ब्रह्मदेव प्रसाद सिंह, प्रभात रंजन गुप्ता, मो. एजाज, मो. कयूम, राजदेव प्रसाद सिंह, रामचंद्र पासवान, मुंशीलाल राय, संजीव राय, अरशद कमाल बबलू, कलीम परवेज, मो. शकील, प्रमोद साह आदि ने सभा को संबोधित किया।
इस अवसर पर अनुमंडलाधिकारी दीलीप कुमार के पहल पर मजिस्ट्रेट के साथ 5 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल आरओ सह दंडाधिकारी रोहन रंजन से मिलकर स्मार-पत्र पर वर्णित अपने मांगों को रखा।
तमाम मुद्दे पर सहमति बनने के बाद दंडाधिकारी ने खुद आंदोलनकारियों को संबोधित कर कार्रवाई करने का आश्वासन देकर आंदोलन समाप्त करने का आग्रह किया। जिस पर आंदोलनकारियों ने सहमति जताया एवं माले प्रखंड सचिव सुरेंद्र प्रसाद सिंह ने बीते 3 अक्टूबर की देर शाम आंदोलन समाप्त करने की घोषणा की।
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