मुश्ताक खान/मुंबई। ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ की कड़ी में परमाणु ऊर्जा नियामक परिषद (एईआरबी) द्वारा पत्रकारों के लिए जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
एईआरबी परिषद (AERB Council) के भवन में आयोजित इस कार्यक्रम में सार्वजनिक आउटरीच गतिविधियों के मुद्दे पर पत्रकारों से अपने विचारों को साझा किया। मंगलवार को आयोजित इस कार्यक्रम में एईआरबी के वैज्ञानिकों से पत्रकारों ने विभिन्न मुद्दों पर चर्चाएं भी की।
गौरतलब है कि अनुशक्तिनगर परिसर में स्थित एईआरबी मुख्यालय में विशेष रूप से मुंबई महानगर के पत्रकारों के लिए एक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया । पत्रकारों के लिए एईआरबी द्वारा आयोजित यह अपनी तरह का पहला कार्यक्रम था, जिसका उद्देश्य उन्हें परमाणु प्रतिष्ठानों के संरक्षा नियमों और आयनकारी विकिरण के अनुप्रयोगों से अवगत कराना था।
एईआरबी ने पत्रकारों के लिए किया जागरुकता कार्यक्रम
कार्यक्रम में एईआरबी के वरिष्ठ वैज्ञानिक अधिकारियों की बातचीत, चर्चा और वैज्ञानिक प्रदर्शनी का दौरा शामिल था। एईआरबी के कार्यकारी निदेशक सी.एस. वर्गीज ने अपने उद्घघाटन भाषण में समाज में सूचना के प्रसार में पत्रकारों द्वारा निभाई गई भूमिका की सराहना की।
उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि जून, 2022 में आईएईए (अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी) के आईआरआरएस (एकीकृत नियामक समीक्षा सेवा) मिशन ने निष्कर्ष निकाला कि एईआरबी ने देश में परमाणु और विकिरण (Radiation) संरक्षा सुनिश्चित करने के लिए एक मजबूत प्रतिबद्धता और व्यावसायिकता दिखाई।
अपनी नियामक प्रथाओं, दृष्टिकोण और सुरक्षा रिकॉर्ड की ताकत पर, एईआरबी को अब दुनिया भर में सहकर्मी नियामकों द्वारा एक सक्षम और परिपक्व नियामक के रूप में देखा जाता है। वर्तमान में एईआरबी निकट भविष्य में भारतीय परमाणु ऊर्जा कार्यक्रम में अनुमानित बड़े पैमाने पर विस्तार की तैयारी में है। साथ ही इसे और अधिक कुशल बनाने के लिए अपनी नियामक प्रक्रियाओं को औपचारिक रूप देने का प्रयास कर रही है।
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