सिद्धार्थ पांडेय/चाईबासा (पश्चिम सिंहभूम)। पश्चिम सिंहभूम जिला के हद में बड़ाजामदा स्थित सत्संग विहार में 15 जून को जन्मोत्सव कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
जानकारी के अनुसार बोकना मंदिर में स्थानीय सत्संगी के नेतृत्व मे श्रीश्री आचार्य देव का 58वाँ जन्मोत्सव पूरे श्रद्धा व हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। बोकना मंदिर परिसर में 224 से ज्यादा श्रद्धालुओं की एकजुटता में सुंदर झलक में रूपांतरित श्रीश्री आचार्य देव के जन्मोत्सव में श्रद्धालु लालायित दिखे।
इस खास मौके पर झारखंड के गुवा, नोवामुंडी, मनोहरपुर चिड़िया, सोनुआ, झींकपानी, बड़ाजामदा ओड़िशा के जोड़ा, बड़बील, भद्रासाई, बामेबारी व अन्य आसपास के दर्जनों क्षेत्र के श्रद्धालुगण एकजुट दिखे। कार्यक्रम की शुरुआत में प्रातः कालीन संवेदक प्रार्थना की गई। कार्यक्रम मे मुख्य वक्ता ऋत्विक अमरनाथ ठाकुर ने श्रीश्री ठाकुर अनुकुलचंद्र के भाव को श्रद्धालुओं के समक्ष रखा। बेहतर सेवा, त्वरित सहयोग व जनकल्याण के लिए परम प्रेममय पिता श्रीश्री ठाकुर अनुकूल चन्द्र के बताये मार्ग पर चलने के लिए सबों को प्रेरित किया गया। कहा गया कि मानव में मानवीय गुणो का संचार करने व जन कल्याण के लिए सदैव अग्रसर रहना चाहिए।
गुवा के पूर्व मुखिया सत्संगी कपिलेश्वर दोंगों ने कहा कि ईश्वर के आदेश का पालन करने वाला एवं जन कल्याण के कार्य करने वाला व्यक्ति सदैव ईश्वर से जुड़ा होता है। नोवामुंडी के सुबोध बड़ाईक ने बताया कि मनुष्य को मानव शरीर बहुत ही सौभाग्य से प्राप्त हुआ है। अतः मानव को जन- जन तक कल्याण के कार्य करते रहना चाहिए। गायक सह वक्ता मनमोहन चौबे ने कहा कि मनुष्य का गंतव्य ईश्वर प्राप्ति है।
सत्संगी को यजन एवं याजन का महत्व बताते हुए उसे अनुकरण करने के लिए उन्होने प्रेरित किया। उन्होने भजन के माध्यम से स्पष्ट किया कि युग पुरुषोत्तम के बताए मार्ग द्वारा जीवन में शांति स्थापित की जा सकती है। उनके बहूधारा, नीति नियम से जीवन को संतुलित किया जा सकता है।
कार्यक्रम में भजन कीर्तन के साथ-साथ धर्म सभा, मातृ सम्मेलन व भंडारा का आयोजन किया गया। संगीत मंडली में शिवलाल लकड़ा, तापस चंद्र डे, करण प्रजापति, पुरुषोत्तम महन्ता, रत्नाकर महान्ता, अनिल दास, मनमोहन चौबे, किशन दास, अमर नायक, विद्याधर महाराणा, दीप सुन्दर महापात्र, सनातन धल व अन्य कई नाचते गाते दिखे।
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