घायल के परिजन को दीया पर्याप्त सहयोग का आश्वासन
एस. पी. सक्सेना/बोकारो। बीते 11 नवंबर की सुबह जंगली हाथियों के समूह के आक्रोश एवं हमले में गंभीर रूप से घायल बृजेश मुंडा के बोकारो जिला के हद में रेलवे कॉलोनी कथारा स्थित आवास पर 12 नवंबर को अधिकारियों का दल पहुंचा। अधिकारियों ने घायल युवक के परिजनों से भेंटकर समुचित सहयोग का आश्वासन दिया।
अधिकारियों के दल में मुख्य रूप से बेरमो के अनुमंडल पदाधिकारी (एसडीओ) अनंत कुमार, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी (एसडीपीओ) सतीश चंद्र झा, वन क्षेत्र पदाधिकारी पेटरवार अरुण कुमार, सहायक पदाधिकारी बी डी हेंब्रम, पेटरवार थाना प्रभारी विनय कुमार, आदि।
जिला परिषद सदस्य आकाश लाल सिंह, अशोक मुर्मू, कथारा पंचायत की मुखिया पुनम देवी, पंचायत समिति सदस्य निभा देवी, वार्ड सदस्य जमुना देवी के अलावा झामुमो बोकारो जिलाध्यक्ष हीरालाल मांझी, पेटरवार प्रखंड कांग्रेस अध्यक्ष मोहम्मद शब्बीर अंसारी आदि शामिल थे।
इस अवसर पर उपस्थित मीडिया कर्मियों के भेंट में बेरमो एसडीओ अनंत कुमार ने बताया कि वर्तमान में जंगली हाथियों का समूह पेटरवार प्रखंड के हद में खेतको के आसपास आश्रय लिया है। उन्होंने ग्रामीणों से अपील करते हुए कहा कि वे धैर्य बनाए रखें। वन विभाग अपना कार्य कर रही है।
हाथियों के समूह को सेफ कॉरिडोर से उसे सुरक्षित रूप से ले जाने का प्रयास किया जा रहा है। ग्रामीणों से अनुरोध है कि किसी प्रकार का मशाल, टॉर्च, डुगडुगी ना बजाएं। वन विभाग के विशेषज्ञ टीम को अपना कार्य करने दे
एसडीपीओ सतीश चंद्र झा ने कहा कि पिछले कुछ दिनों से इलाकों में लगभग 40 हाथियों का समूह घूम रहा है। उन्होंने बताया कि असनापानी के जंगल में घायल हुए युवक का समुचित इलाज चल रहा है। उन्होंने बताया कि काफी दिनों से हाथियों का समूह अपने नवजात दो बच्चों के चलते अपना जगह नहीं छोड़ पा रहा है।
सभी से निवेदन हैं कि वन विभाग द्वारा जो भी कहे जा रहे हैं। जो भी उपाय बताए जा रहे हैं उसी का आप लोग पालन करें। अपने मन से जंगली हाथियों को भगाने का प्रयास नहीं करें। हाथी जिस मार्ग से आया है वह अपने आप वापस उसी मार्ग से चला जाएगा। बीच में उसे व्यवधान नहीं डालें।
उन्होंने कहा कि रात के समय पटाखे नहीं छोड़े, टॉर्च नहीं दिखायें, शोर न करें। तभी हाथियों को जल्द से जल्द वन कर्मी इस क्षेत्र से ले जाने में सफल होगा। इसलिए वन विभाग का सहयोग करें।
वन क्षेत्र पदाधिकारी पेटरवार अरुण कुमार ने बताया कि पटाखे मत छोड़िए। हाथियों को जिधर से जाना चाहिए उधर जाने दीजिए। किसी तरह से शोर न करें। हाथी आपको हानि नहीं पहुंचाएगा।
उन्होंने कहा कि नियमानुसार हाथी के हमले में मामूली रूप से घायल को 50 हजार, गंभीर रूप से घायल को एक लाख तक का सहयोग मिलने का प्रावधान है। जबकि हाथियों के हमले से यदि किसी की मृत्यु हो जाती है तो चार लाख उसके परिजन को मुआवजा देने का प्रावधान है।
मौके पर जिला परिषद सदस्य अशोक मुर्मू, आकाश लाल सिंह, खेतको के पूर्व मुखिया एवं पेटरवार प्रखंड कांग्रेस अध्यक्ष मोहम्मद शब्बीर अंसारी, रैयत विस्थापित मोर्चा जारंगडीह शाखा अध्यक्ष मोहम्मद इस्लाम अंसारी, सचिव फिनी राम मुर्मू, शाने रजा, दिलीप मुर्मू, कथारा पंचायत के मुखिया पूनम देवी, आदि।
पंचायत समिति सदस्य निभा देवी, वार्ड सदस्य जमुना देवी, समाजसेवी नागेश्वर करमाली, सत्येंद्र कुमार दास, डॉक्टर सर्जन चौधरी, चंद्रहास मिश्रा, सुरेश कमार, रंजीत कुमार सहित दर्जनों गणमान्य उपस्थित थे।
इससे पूर्व जिला परिषद सदस्य आकाश लाल सिंह तथा अशोक मुर्मू ने घटनास्थल असनापानी के जंगल का दौरा कर वस्तुस्थिति से अवगत हुए। उनके साथ क्षेत्र के कई समाजसेवी निरिक्षण के क्रम में शामिल थे।
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