पुण्यतिथि पर सुन्दर काण्ड पाठ एवं गायत्री यज्ञ का आयोजन
अवध किशोर शर्मा/सारण (बिहार)। सारण जिला के निकटवर्ती वैशाली जिला मुख्यालय हाजीपुर नगर के महाराणा प्रताप काॅलोनी स्थित प्राणिक हीलिंग पिरामिड ध्यान केन्द्र सभागार में 6 फरवरी को गोलोकवासी शिक्षाविद् पं.जयमंगल तिवारी को तेरहवीं पुण्यतिथि पर भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
इस अवसर पर सुन्दरकाण्ड का पाठ, गायत्री यज्ञ, दरिद्र नारायण- भोजन एवं जरूरतमंदों के बीच कम्बल का वितरण किया गया। पुण्यतिथि के अवसर पर सर्वप्रथम समस्त उपस्थित गणमान्य जनों ने स्व. पं. जयमंगल तिवारी के तैल चित्र पर श्रद्धांजलि स्वरुप पुष्प समर्पित किया। इस अवसर पर डिवाईन इंडिया सायंस एण्ड स्प्रिचुअल हैप्पीनेस एसोसिएशन (दिशा) के संस्थापक सचिव एवं स्व. तिवारी के पुत्र आचार्य राजेश तिवारी ने उपस्थित समस्त जनों को जूङवें हृदयों पर ध्यान के माध्यम से अपने-अपने पितरों को श्रद्धांजलि समर्पित करवाया। तिवारी ने कहा की अपने पूर्वजों के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि यही है कि हम उनके आदर्श को अपनाएं। हमें अपने पूर्वजों के सपनों को साकार करना ही सच्ची श्रद्धांजलि है।
इस अवसर पर सरसई रहिवासी गायत्री परिवार के उपेन्द्र शर्मा ने कहा कि हमें अपने पूर्वजों का मान-सम्मान प्रतिदिन करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि माता-पिता ही सही रूप में भगवान होते हैं। अपने माता-पिता की सच्ची श्रद्धांजलि यही है कि हम उनके बताये मार्ग पर चलते रहें। संस्था की प्रेरणा माता सावित्री देवी ने कहा कि दिवंगत तिवारी साक्षात देव स्वरुप थे।
प्रबोध तिवारी ने कहा कि श्रद्धेय तिवारी सदैव शिक्षा में अव्वल रहने की प्रेरणा दिया करते थे। कहा कि पिता के अधूरे सपनों को साकार करना ही पुण्यतिथि मनाने का मतलब होना चाहिए। उक्त कार्यक्रम को सफल बनाने में उमेश तिवारी, प्रणव तिवारी, महेश्वर प्रसाद सिन्हा, प्रिंस कुमार, प्रबोध तिवारी, सावित्री देवी, सविता तिवारी, पुष्पाञ्जली, प्रज्ञा, मंजु उपाध्याय, अनिल तिवारी इत्यादि की प्रमुख भूमिका रही। विदित हो कि स्व. पंडित जयमंगल तिवारी सारण जिला के हद में सोनपुर प्रखंड के सबलपुर बभनटोली के मूल रहिवासी थे।
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