प्रसाद का कण और सत्संग का क्षण दुर्लभ-जगद्गुरु लक्ष्मणाचार्य

प्रहरी संवाददाता/सारण (बिहार)। सारण जिला के हद में विश्व प्रसिद्ध हरिहरक्षेत्र सोनपुर मेला के साधु गाछी स्थित नारायणी नदी के पावन तट पर श्रीगजेंद्र मोक्ष देवस्थानम दिव्य देश (नौलखा मंदिर) में चल रहे 25वें श्रीब्रह्मोत्सव सह श्रीमहालक्ष्मी नारायण यज्ञ 24 फरवरी को संपन्न हो गया। यज्ञ में हजारों की संख्या में भक्तों ने यज्ञ मंडप की परिक्रमा की।

जानकारी के अनुसार यज्ञ के दौरान भगवान श्रीगजेन्द्र मोक्ष, श्रीदेवी, भू देवी, लक्ष्मी देवी के साथ साथ भगवान गरुड़ देव और अलवार संतों की पूजा अर्चना और आरती संपन्न की गयी, जिसमें बड़ी संख्या में भक्तजन शामिल हुए।

इस अवसर पर श्रीगजेन्द्र मोक्ष देवस्थानम दिव्यदेश पीठाधीश्वर जगद्गुरु रामानुजाचार्य स्वामी लक्ष्मणाचार्य जी महाराज ने भक्तों को यज्ञ की पूर्णाहुति की महत्ता बताते हुए कहा कि पूर्णाहुति से ही सभी कामनाओं की पूर्ति होती है। कहा कि अन्त भला तो सब भला। पूर्णाहुति का दर्शन करने से सम्पूर्ण यज्ञ का फल मिल जाता हैं। यज्ञान्त प्रसाद में अमृत का वास होता है।

इससे पूर्व सैकड़ों श्रद्धालु भक्तों के जयघोष के बीच भगवान श्रीगजेन्द्रमोक्ष बालाजी वेंकटेश का नारायणी नदी में अवभृत-स्नान संपन्न किया गया। यज्ञ की पूर्णाहुति के उपरांत अपराह्न महाभंडारा प्रारंभ किया गया, जो देर रात तक चलता रहा।

हजारों श्रद्धालुओं ने महाप्रसाद ग्रहण किया। यज्ञ में सारण, वैशाली, मुजफ्फरपुर, पटना जिले के साथ साथ बिहार के दूर दराज के भक्तों का आगमन हुआ, जिन्होंने यज्ञ कार्य और भंडारा में भाग लिया।

माघ पूर्णिमा पर हजारों श्रद्धालुओं ने लगाई नारायणी नदी में डुबकी

माघ पूर्णिमा के अवसर पर 24 फरवरी को हजारों की संख्या में श्रद्धालु भक्तों ने नारायणी नदी के श्रीगजेन्द्र मोक्ष देवस्थानम घाट, काली घाट, भारत वंदना घाट, विजय घाट, कष्टहरिया घाट सहित विभिन्न घाटों पर पवित्र डुबकी लगाई। साथ हीं मठ व् मंदिरों में जाकर पूजा अर्चना की। पूर्णिमा तिथि होने के कारण बाबा हरिहरनाथ मंदिर, सूर्य एवं शनि मंदिर, काली मंदिर में दर्शनार्थियों की भारी भीड़ देखी गई।

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