गंगोत्री प्रसाद सिंह/हाजीपुर (वैशाली)। बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित अध्यापक नियुक्ति प्रतियोगिता परीक्षा वैशाली जिला मुख्यालय हाजीपुर के विभिन्न परीक्षा केन्द्रों पर शांतिपूर्ण ढंग से सम्पन्न हुआ।
वैशाली के जिलाधिकारी यशपाल मीणा आरक्षी अधीक्षक के साथ सभी परीक्षा केंद्र पर निरीक्षण करते देखे गए। किसी भी परीक्षा केंद्र पर पेपर लीक होने या कोई अनियमित पाए जाने का कोई सूचना नहीं मिली।
जानकारी के अनुसार उक्त परीक्षा के दौरान वैशाली जिला का रहने वाला एक शिक्षक अभ्यर्थी के नाम पर परीक्षा देने वाला वैशाली जिले के पानापुर गांव का रहने वाला प्रभात कुमार मुजफरपुर के नीतीश्वर सिंह महाविद्यालय केंद्र पर बीपीएससी शिक्षक बहाली परीक्षा के दौरान आज दूसरे की जगह पर परीक्षा देने के आरोप में पकड़ा गया है।
बताया जाता है कि बायोमेट्रिक नहीं मिलने की वजह से वह पकड़ में आया। प्रारंभिक छानबीन में वह फर्जी होने की बात को स्वीकार नहीं किया। इस वजह से केंद्राधीक्षक से लेकर स्टैटिक दंडाधिकारी परेशान रहे। जबकि रंजन कुमार के स्थान पर प्रभात कुमार परीक्षा दे रहा था।
केंद्राधीक्षक ने प्रभात कुमार उर्फ रविकांत को फर्जी परीक्षार्थी के मामले में पकड़कर मुजफ्फरपुर के मिठनपुरा थाने के हवाले कर दिया गया। मिठनपुरा पुलिस मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई में जुटी है।
बताया जाता है कि परीक्षा केंद्र पर बायोमेट्रिक जांच के बाद ही परीक्षार्थियों को अंदर जाने की अनुमति दी जा रही थी। बायोमेट्रिक लेने के बाद इसे आयोग को भेजा गया। आवेदन पत्र ऑनलाइन करने के क्रम में दिए गए बायोमेट्रिक से मिलान कराया गया, लेकिन बायोमेट्रिक मिलन उसका नही मिला और पुलिस के भय से उसने रंजन कुमार के नाम पीआर परीक्षा देने आने की बात कबूल किया।
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