विजय कुमार साव/गोमियां (बोकारो)। गोमियां प्रखंड (Gomian block) के हद में होसिर में 15 जुलाई की सुबह यूपी (U.P) से आयी परेशान हाल एक मां ने कहा कि बेटा जन्म देना गुनाह है क्या? उस माँ के दर्द भरी दास्तान को सुनकर रहिवासियों का हृदय द्रवित हो गया।
जानकारी के अनुसार एक लाचार वृद्ध विधवा महिला जो अपने आप को यूपी के बलिया ज़िला के हद में रानीगंज के समीप फराद गांव की रहने वाली बता रही है। जो कानों से भी सुनने में सक्षम नहीं और ना ही अच्छे से बात कर पाती है।
जब रहिवासियों ने उसे इधर-उधर भटकते भूख से बेहाल देखा, तो उसे पानी पिलाई। कुछ ने उसे खाने पीने की चीजें दी। जब रहिवासियों ने उसे खुद के बारे में पूछा तो आंखों के आंसुओं के सहारे अपना दर्द बयां किया।
वृद्ध माँ ने कहा कि उसका बेटा उसे इस स्थान पर छोड़कर चला गया। वह बता नहीं पा रही है, झारखंड में उसका बेटा रहता कहां है। उन लोगों से गुहार लगा रही है कि किसी तरह उसे यूपी पहुंचा दें। बूढ़ी वृद्ध विधवा महिला अपने बेटे का नाम बचवा कुअर बता रही है।
आगे कहा कि भगवान ऐसा बेटा किसी को ना दे। मैंने उसे नौ माह अपने पेट में रखा। जन्म दिया। पाल पोस कर बड़ा किया। आज वही बेटा मेरी लाचार अवस्था में मुझे दर-दर भटकने के लिए छोड़कर चला गया। रुंधे गले से कहा कि जिस ने उंगली पकड़कर चलना सिखा।
खुद भूखे रहकर उसे खाना खिलाया। औलाद ना होने पर कितनी मन्नते मांगी। कितने चौखट पूजा की तब बेटा मिला। आज वही बेटा इस अनजान जगह पर छोड़कर चला गया। इससे अच्छा मैं बे-औलाद रहती। काश बेटा ना हुआ होता और आज मुझे यह दिन देखना न पड़ता।
इसकी सूचना स्थानीय रहिवासियों ने तत्काल गोमियां के प्रखंड विकास पदाधिकारी कपिल कुमार एवं गोमियां थाना प्रभारी आशीष खाखा को दी। मौके पर पदाधिकारियों ने पहुंचकर वृद्ध महिला को गैर सरकारी सामाजिक संस्था माहेर में भेजने की बात कही। ताकि उस व्यथित माँ को सहारा मिल सके।
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