एस. पी. सक्सेना/रांची (झारखंड)। झारखंड के लोहरदगा के एक पुलिस पिकेट में 11 जून को भयंकर आग लग गया, जिससे वहां रखे गए वाहनों में आग लग गई। आग से दर्जनों वाहन जलकर खाक हो गए। आग पर नियंत्रण पाने के लिए अग्नि शमन विभाग को कड़ी मशक्क़त करना पड़ा।
बताया जाता है कि मौके पर पुलिस प्रशासन के वरीय पदाधिकारी मौजूद थे। जानकारी के अनुसार लोहरदगा-रांची मुख्य पथ पर लोहरदगा जिला सदर थाना क्षेत्र के शंख नदी मोड़ स्थित पुलिस पिकेट में पुलिस द्वारा जब्त कर रखे गए वाहनों में 11 जून को अचानक आग लग गई।
अगलगी कि इस घटना में दर्जनों वाहन जलकर खाक हो गया। आग पर नियंत्रण पाने को लेकर लगातार प्रयास किया जाता रहा। अंततः घंटा भर बाद अग्निशमन विभाग के कई वाहन पहुंचकर आग पर काबू पाया, तबतक सबकुछ जलकर खाक हो चुका था। पुलिस प्रशासन की टीम भी मौके पर सतर्क दिखी। आग कैसे लगी यह स्पष्ट नहीं हो पाया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार उक्त पुलिस पिकेट को दो चौकीदार के भरोसे छोड़ दिया गया था। साथ ही वहां तैनात पुलिस के जवानों और पिकेट प्रभारी को चुनाव ड्यूटी में लगा दिया गया था। सवाल उठता है कि उक्त आगलगी की घटना का जिम्मेदार कौन है? किसकी लापरवाही से यह घटना घटित हुआ। लोहरदगा शहरी क्षेत्र के आखिरी छोर में बने पुलिस पिकेट में प्रभारी ही नही तो कैसे चल रहा था पुलिस पिकेट?
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