विजय कुमार साव/गोमियां (बोकारो)। बोकारो जिला के हद में गोमियां प्रखंड के अति सुदूरवर्ती क्षेत्र में हाथियों ने जमकर कहर मचाया। हाथियों ने गरीब के कच्चा मकान को ध्वस्त कर दिया।पीड़ित परिवार खुले आसमान में रहने को विवश है।
जानकारी के अनुसार गोमियां प्रखंड के हद में अति सुदूरवर्ती केरी ऐदेलकोचा टोला रहिवासी सरजू सोरेन पिता फूलचंद मांझी के घर को बीते 12 जून की रात्रि 4 से 5 हाथियों के झूडं ने गिरा दिया। हाथियों ने उक्त घर को गिराने के बाद घर में रखा चावल, महुआ व् अन्य उपयोगी सामग्री को भी बर्बाद कर दिया। स्थिति ऐसी है कि सरजू सोरेन का पूरा परिवार खुले आसमान के नीचे रहने को विवश है।
जानकारी के अनुसार 2019 में भी उक्त आदिवासी के घर को हाथियों ने गिरा दिया था, जिसमें वन विभाग ने पांच हजार की सहायता राशि दी थी। इसके बाद उक्त गरीब परिवार मिट्टी का छोटा मकान बना कर रह रहा था। उस छोटे मकान को भी हाथियों ने पुनः गिरा दिया है।
इस संबंध में झारखंड आंदोलनकारी इफ्तेखार महमूद ने बताया कि विगत दिनों डीएफओ बोकारो से भेट कर बात कि थी, हाथी प्रभावित गांवों में ही नौजवानों का दस्ता बनाये। क्योंकि वन विभाग का दस्ता गांव जब तक पहुंचता है, उसके पहले ही हाथी आतंक मचा देते है।
महमूद के प्रस्ताव पर डीएफओ ने विचार करने की बात कही थी, किंतु कई महीना बीत जाने के बाद भी वन विभाग संवेदनशील दिखाई नहीं पड़ रही है और हाथियों का कहर ग्रामीणों पर दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है।
महमूद ने कहा कि वन विभाग जो सहायता पहुंचाती है, वह नुकसान का आधा भी नहीं रहता है। फलस्वरूप जिनका भी क्षति होता है वह आर्थिक रूप से और कमजोर हो जाते हैं।
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