तिरहुत के नए आईजी से दहशत में अपराधी

गंगोत्री प्रसाद सिंह/हाजीपुर (वैशाली)। तिरहुत रेंज के नए आईजी शिवदीप वामन राव लांडे के गत जनवरी माह में मुजफ्फरपुर आगमन के साथ ही तिरहुत कमिश्नरी के अपराधियों में दहशत का माहौल है।

नए आरक्षी महा निरीक्षक के आगमन के साथ तिरहुत रेंज के मुजफ्फरपुर, वैशाली, सीतामढ़ी, शिवहर एवं चंपारण क्षेत्र में पुलिसकर्मी और पुलिस के बड़े अधिकारी भी मुस्तैदी से किसी अपराध की घटना होने पर तुरंत अपराधी के पीछे लग जाते हैं।

ज्ञात हो कि, वैसे भी मुजफ्फरपुर भू माफियाओं और गोली चालन की घटनाओं को लेकर बदनाम रहा है। गत महीना में अपराधिक घटनाओं के बाद पुलिस ने मुस्तैदी से अपराधियों की धर पकड़ की है। साथ ही हथियार का प्रदर्शन करने वाले या हथियार के बल पर लूटपाट करने वाले अपराधी पर नए आईजी लांडे की खास नजर है।

बताया जाता है कि पिछले माह मुजफ्फरपुर जिला के हद में कांटी के समीप लुटेरों द्वारा बैंक लूट की घटना का प्रयास के क्रम में बैंक पर तैनात एक होमगार्ड जवान को गोली मारने की घटना के बाद आईजी के निर्देश पर अपराधी को तुरंत गिरफ्तार किया गया। पकड़ने के क्रम में पुलिस एनकाउंटर में अपराधी के पैर में गोली लगी।

ताजा तरीन घटना बीते 10 अप्रैल को मुज़फ्फरपुर के रामदयालु नगर के आरडीएस कॉलेज के नजदीक हथियार बंद अपराधियों द्वारा क्षेत्र के एक बड़े आभूषण कारोबारी के यहाँ से 51 लाख की लूट की घटना को अंजाम दिया गया।

सीसीटीवी में एक अपराधी बिना मास्क और हाथों में पिस्तौल के साथ निर्भय देखा गया। उसकी पहचान कुख्यात मोस्ट वांटेड अपराधी के रूप में हुई थी, जो आसपास के 4 राज्यों में ऐसे बड़े लूट और हत्या का आरोपी था। पुलिस के अनुसार उक्त अपराधी पहले दो बार दूसरे राज्यों के जेल से भाग चुका था। जिसकी पहचान वैशाली जिला के हद में राजापाकर थाना क्षेत्र के बैकुंठपुर गांव रहिवासी अनुपम झा के रूप में की गयी।

वैसे भी देश के किसी भी राज्य में सोना लूट की घटना हो पुलिस का शक वैशाली जिले के अपराधियों पर सबसे पहले होता है। मुजफ्फरपुर पुलिस ने भी शक के आधार पर तथा सीसीटीवी में मिले चेहरे से मिलान के बाद आरोपी अनुपम झा को खोजने उसके गांव राजापाकर आई थी।

पुलिस को पता चला कि आरोपी झा घटना के बाद अपनी मां के साथ वैष्णो देवी गया है। पुलिस के बड़े पदाधिकारी के निर्देश पर पुलिस टीम ने उसे जम्मू से गिरफ्तार कर लिया।

बीते 19 अप्रैल को जब पुलिस टीम उसे गिरफ्तार कर मुजफ्फरपुर ला रही थी कि हाजीपुर-मुजफ्फरपुर नेशनल हाई-वे के बीबी फकुली के समीप सुबह में आने के क्रम में पुलिस गिरफ्त से भागने के प्रयास में पुलिस द्वारा कार्रवाई में उसके दोनों पैर में गोली लग गयी।

पुलिस उसे इलाज के लिए श्रीकृष्णा मेडिकल कॉलेज मुजफ्फरपुर ले गई। जहां से उसे बेहतर इलाज के लिए पीएमसीएच पटना भेजा गया। जहां इलाज़ के दौरान चिकिसक द्वारा उसके पैर काटने की आशंका जतायी गयी है।

इस संबंध में आइजी लांडे का कहना है कि उनके इलाके में केवल आम इंसान ही निर्भय घूम सकता है। अपराधियों को केवल भय का ही सामना करना होगा। पुलिस की इस कार्यवाही से पूरे तिरहुत रेंज में रह रहे अपराधियों में भय व्याप्त है।

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