ममता सिन्हा/तेनुघाट (बोकारो)। चैत्र नवरात्र के अवसर पर 17 अप्रैल को बोकारो जिला के हद में तेनुघाट और आस पास के क्षेत्र मे कुंवारी कन्याओं को भोजन कराया गया। जिसमें आसपास के दर्जनों कुंवारी कन्या शामिल हुई।
उक्त आयोजन के महत्व के बारे में जानकारी देते हुए तेनुघाट पहाड़ी शिव मंदिर के पुजारी राजीव कुमार पांडेय ने बताया कि चैत्र नवरात्र में कुंवारी कन्याओं के भोजन कराने से पुण्य और कल्याण की प्राप्ति होती है।
मान्यता है कि कन्याएं देवी का रूप होती है। नवरात्र पर कुंवारी कन्याओं का कराया गया भोजन चैत्र नवरात्र में नौ दिनों तक जिस तरह से माता दुर्गा की आवभगत और पूजा-अर्चना की जाती है, उसी तरह से नवरात्रि में सप्तमी तिथि से कन्या पूजन का दौर शुरू हो जाता है।
पुजारी ने बताया कि अष्टमी और नवमी तिथि पर कुंवारी कन्याओं को नौ देवी का रूप मानकर उनका स्वागत सत्कार किया जाता है। पुराणों में यह उल्लेख कई स्थानों पर मिलता है कि कुंवारी कन्याओं की पूजा करने, उन्हें वस्त्र, आभूषण आदि दान देने से मनुष्य का हर कष्ट दूर होता है। मान्यता के अनुरूप यहां सभी भक्त गण ने कुंवारी लड़कियों को भोजन कराया। उसके बाद सभी को दान भी दिया।
इस दौरान तेनुघाट में रतन कुमार सिन्हा, बीरेंद्र प्रसाद, मोहित कुमार सहित अन्य गणमान्य जनों ने भी अपने अपने घर में चैत्र नवरात्र के अवसर पर कुंवारी कन्याओं को भोजन कराया। इस अवसर पर पूनम सिन्हा, सुजाता प्रसाद, ममता कटरियार, डॉली कुमारी, बेबी देवी, श्रुति कुमारी, रिमझिम, अर्पिता, प्राची, युवराज सहित अन्य कई बच्चियां मौजूद थे।
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