बेरमो विधायक जयमंगल की धर्मपत्नी अनुपमा सिंह को धनबाद से टिकट
एस. पी. सक्सेना/रांची (झारखंड)। झारखंड में इंडिया गठबंधन के तय फॉर्मूले के मुताबिक लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने अपनी सात सीटों में से छह पर उम्मीदवारो के नामों की घोषणा कर दी है। कांग्रेस ने 16 अप्रैल को झारखंड के तीन लोकसभा सीट गोड्डा, चतरा और धनबाद से उम्मीदवारों के नाम का ऐलान कर दिया है।
ऑल इंडिया कांग्रेस कमिटी के जेनरल सेक्रेटरी के सी वेणुगोपाल द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार गोड्डा से दीपिका पांडेय सिंह, चतरा से केएन त्रिपाठी और धनबाद से बेरमो विधायक कुमार जयमंगल सिंह की धर्मपत्नी अनुपमा सिंह चुनाव लड़ेंगी।
ज्ञात हो कि, गोड्डा लोकसभा सीट पर कांग्रेस उम्मीदवार दीपिक पांडेय सिंह का मुकाबला बीजेपी के निशिकांत दुबे से होगा। जबकि धनबाद सीट पर कांग्रेस उम्मीदवार अनुपमा सिंह का सीधा मुकाबला भाजपा उम्मीदवार ढुल्लू महतो से होने के आसार है। इससे पहले कांग्रेस ने खूंटी, लोहरदगा और हजारीबाग लोकसभा सीट के लिए उम्मीदवार उतार चुकी है।
खूंटी से कालीचरण मुंडा, लोहरदगा से सुखदेव भगत और हजारीबाग से जयप्रकाश भाई पटेल उम्मीदवार बनाए गए हैं। अभी रांची सीट के लिए घोषणा होना बाकी है। झारखंड में सीट बंटवारे को लेकर तय फॉर्मूला के अनुसार कांग्रेस-7, जेएमएम-5 और आरजेडी और भाकपा-माले एक-एक सीट पर चुनाव लड़ेगी।
गोड्डा से कांग्रेस उम्मीदवार विधायक दीपिका पांडेय सिंह बिहार सरकार में कृषि मंत्री रहे अवध बिहारी सिंह की पुत्र बहू हैं। दीपिका के पति रत्नेश सिंह टाटा स्टील में इंजीनियर हैं। विधायक बनने से पहले दीपिका गोड्डा जिला कांग्रेस अध्यक्ष रही हैं। इसके अलावा वे यूथ कांग्रेस में राष्ट्रीय सचिव, झारखंड युवा कांग्रेस की अध्यक्ष भी रही हैं। उन्होंने दिल्ली में पढ़ाई के दौरान एनएसयूआई से अपनी राजनीति की शुरुआत की थी।
कांग्रेस ने केएन त्रिपाठी को चतरा से मैदान में उतारा है। कृष्णानंद त्रिपाठी झारखंड सरकार में मंत्री रह चुके हैं। वे मूल रूप से मेदिनीनगर के रेड़मा काशी नगर मोहल्ले के रहिवासी हैं। वर्ष 2005 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के टिकट पर पहली बार डाल्टनगंज सीट से चुनाव लड़े। लेकिन, इंदर सिंह नामधारी के हाथों उन्हें हार का सामना करना पड़ा।
वर्ष 2009 में डाल्टनगंज सीट से वे कांग्रेस प्रत्याशी के तौर पर मैदान में उतरे और इस बार चुनाव जीत गए। विधायक बनने के बाद उन्हें राज्य सरकार में ग्रामीण विकास मंत्री बनने का मौका मिला। सियासत में आने से पहले त्रिपाठी एयरफोर्स में थे। सेना की नौकरी छोड़कर वे राजनीति में आये है।
धनबाद से कांग्रेस उम्मीदवार अनुपमा सिंह कांग्रेस से बेरमो विधायक जयमंगल सिंह की पत्नी हैं। इनके पिता डॉ. राजकिशोर सिंह बिहार में डॉक्टर हैं। अनुपमा आरा के महुआर गांव की रहने वाली हैं। तीन बहन एक भाई में वे सबसे बड़ी है। उन्होंने बीएचयू से पढ़ाई की है। इनके तीन बच्चे (दो पुत्री और एक पुत्र) है। धनबाद से उनके चुनाव मैदान में उतरने से मुकाबला दिलचस्प होने के आसार है।
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