गंगोत्री प्रसाद सिंह/हाजीपुर (वैशाली)। बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा बीते 15 मार्च को ली गई तीसरे चरण की शिक्षक भर्ती परीक्षा का पेपर लीक हो जाने की वजह से इसे रद्द कर दिया गया है। इस मामले में पुलिस ने 200 नकलचीयों को गिरफ्तार करने में सफलता पायी है।
बताया जाता है कि पेपर लीक कांड मामले में सूत्रों के हवाले से बड़ी खबर है कि सिपाही भर्ती परीक्षा पेपर लीक करने वाले संगठित गिरोह ने ही शिक्षक बहाली परीक्षा का पेपर लीक किया है। गिरोह ने 500 अभ्यर्थियों से संपर्क साधा था और 10-10 लाख रुपए पर परीक्षा में सफलता दिलाने का ठेका लिया था।
बताया जाता है कि परीक्षा के दो दिन पहले परीक्षार्थियों को झारखंड के हजारीबाग के होटलों में रखा गया था, जहां उन्हे उत्तर रटाया जा रहा था। इसी बीच बीते 14 मार्च की अहले सुबह में ही पुलिस ने छापा मारकर 200 के नकलची परीक्षार्थियों को गिरफ्तार कर लिया। इस दौरान कई नकलची भागने में सफल रहे। गिरफ्तार नकलचीयों में सबसे ज्यादा बिहार के नालंदा और वैशाली जिले के रहने वाले हैं।
बताया जाता है कि इस पेपर लीक कांड का सरगना वैशाली जिला के हद में भगवानपुर थाने के प्रतापटांड़ रहिवासी विशाल कुमार उर्फ विशाल चौरसिया है। वह बिहार सचिवालय के ग्रामीण कार्य विभाग में कार्यरत बताया जा रहा है। इस कांड में 277 परीक्षार्थियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
आर्थिक अपराध इकाई पटना की टीम पेपर लीक कांड के सरगना विशाल चौरसिया को गिरफ्तार कर मामले की छानबीन कर रही है। इसी क्रम में 20 मार्च को वैशाली थाने के बेलसर ओपी क्षेत्र के बीबीपुर गांव से आर्थिक अपराध इकाई पटना की टीम ने एक महिला शिक्षक अभ्यर्थी को गिरफ्तार किया है।
महिला अभ्यर्थी का नाम सीता कुमारी उम्र 31 साल और पति का नाम टिंकु कुमार बताया जा रहा है। आर्थिक अपराध इकाई की टीम ने बेलसर ओपी क्षेत्र के दो अन्य अभ्यर्थियों के घर पर भी छापेमारी की, लेकिन आरोपी के फरार होने के कारण गिरफ्तारी नहीं हो सकी। गिरफ्तार शिक्षक अभ्यर्थी को पुलिस अपने साथ पटना ले गई है।
95 total views, 2 views today