गंगोत्री प्रसाद सिंह/हाजीपुर (वैशाली)। वैशाली जिला के हद में हाजीपुर में राजनीतिक बिसात में चाचा भतीजा में शह मात के खेल में इसबार भतीजा भारी पड़ने लगा है।
हाजीपुर के वर्तमान सांसद और केंद्रीय मंत्री पशुपति पारस की लोक जनशक्ति पार्टी को आगामी लोकसभा चुनाव में एक भी सीट नहीं मिला। बिहार में एनडीए में हुए सीट बंटवारे पर चिराग पासवान अपने चाचा पशुपति कुमार पारस पर भारी पड़ गए हैं। एनडीए में वापसी के साथ चिराग पासवान को जहां पांच सीटें दी गई हैं, वहीं पशुपति पारस को एक भी सीट देने का एलान नहीं किया गया है।
जानकारी के अनुसार बिहार में चिराग पासवान को जमुई, वैशाली, हाजीपुर, समस्तीपुर और खगड़िया सीट दी गई हैं। चिराग जमुई से मौजूदा सांसद हैं। लेकिन उन्होंने कहा कि इस बार वे हाजीपुर सीट से चुनाव लड़ेंगे। उनके चाचा पशुपति कुमार पारस को भाजपा राज्य सभा भेजने या राज्यपाल बनाने का आश्वासन दे चुकी है।
लेकिन उनके दल के समर्थक मौजूदा सांसद नवादा से चंदन सिंह, समस्तीपुर के सांसद प्रिंस कुमार और दल के उपाध्यक्ष सूरज भान सिंह पारस पर महागठबंधन से समझौता कर चुनाव लड़ने का दबाब दे रही है। अगर ऐसा होता है तो हाजीपुर में चाचा भतीजे में लड़ाई देखने को मिल सकती है।
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