जर्जर हालत में हाजीपुर का केंद्रीय विद्यालय

गंगोत्री प्रसाद सिंह/हाजीपुर (वैशाली)। वैशाली जिला मुख्यालय हाजीपुर के हद में दिग्घी कलां स्थित वैशाली जिले का इकलौता केंद्रीय विद्यालय की स्थापना वर्ष 1999 में की गयी थी। यह विद्यालय दिग्घी स्थित महिला प्रशिक्षण विद्यालय भवन में वर्ष 2003 से शुरू किया गया था। इस केंद्रीय विद्यालय की स्थापना के वर्षों बाद भी अबतक इसका अपना कोई जमीन नहीं मिला। जिससे विद्यालय भवन का निर्माण अब तक नहीं हो सका है।

जानकारी के अनुसार जिस भवन में केंद्रीय विद्यालय शुरू किया गया था वह आज की तिथि में जर्जर होकर गिरने की स्थिति में है। विद्यालय प्रशासन की ओर से इस वर्ष छात्रों का नामांकन प्रथम और द्वितीय वर्ष में नहीं किया जा रहा है।

इस विद्यालय की स्थापना दिग्घी कलां हाजीपुर स्थित महिला शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय परिसर में किया गया था, जो भवन करकट सीट का बना हुया है। जो अब काफी जर्जर हो चुका है।

वैशाली जिले के हाजीपुर से पूर्व केंद्रीय मंत्री स्वर्गीय रामविलास पासवान लगातार सांसद और मंत्री रहे। वर्तमान में उनके अनुज पशुपति कुमार पारस और हाजीपुर के ही पूर्व विधायक और वर्तमान केंद्रीय गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय है, लेकिन इनमें से कोई भी केंद्रीय विद्यालय के लिय अबतक एक अदना जमीन और भवन की व्यवस्था नहीं कर सका।

वर्ष 2012 में हाजीपुर स्थित अक्षयवट राय स्टेडियम परिसर में आयोजित मुख्यमंत्री की रैली के दौरान विद्यालय के बच्चों ने मुख्यमंत्री नीतिश कुमार से मिलकर इस भूमिहीन विद्यालय को जमीन उपलब्ध कराने की मांग की थी। बाद में वर्ष 2013 में सरकार ने पटना हाई कोर्ट में शपथ-पत्र दायर कर जानकारी दी कि उनके पास केंद्रीय विद्यालय के लिए जमीन नहीं है।

केंद्रीय विद्यालय की समस्या को लेकर अविभावक और स्थानीय समाजसेवी हमेशा जिले के वरीय पदाधिकारी और मंत्री, विधायक से मिलते रहे, लेकिन जिले के विधायक, सांसद और मंत्रियों की उदासीनता की वजह से विद्यालय बंद होने की स्थिति में है।

जिले के समाजसेवी कृष्ण भगवान सोनी ने केंद्रीय विद्यालय हाजीपुर की दुर्दशा की जानकारी मिलने के बाद विद्यालय में पढ़ रहे छात्रों के अभिभावको एवं समाजसेवियों की बीते 10:मदस को बैठक आयोजित किया। बैठक में केंद्रीय विद्यालय की समस्याओं पर सिलसिलेवार ढंग से चर्चा की गई।

केंद्रीय विद्यालय हाजीपुर की स्थापना के 20 वर्ष बीत जाने के बाद भी इसे भूमि उपलब्ध नहीं होने पर उपस्थित समाजसेवीयों ने स्थानीय जनप्रतिनिधि एवं अधिकारियों पर घोर उपेक्षा का आरोप लगाया।
बैठक में उपस्थित समाजसेवी कृष्ण भगवान सोनी ने अपने स्तर से विद्यालय को यथासंभव मदद करने का आश्वासन देते हुए कहा कि इस विद्यालय के कुछ कक्षाओं जिसमें पानी टपकने एवं मरम्मत की जरूरत है। उसको वे अपने स्तर से बनवाने का काम करेंगे। बैठक में उपस्थित सभी गणमान्य जनों ने कक्षा एक और दो में अविलंब नामांकन चालू करने की मांग की है।

बैठक में पंकज कुशवाहा, पंच सरपंच संघ के अध्यक्ष आमोद निराला, सुमिता गुप्ता, अखिलेश कुमार, निशा कुमारी, सोनी शर्मा, रंजन कुमार, राकेश कुमार, संजय कुमार, राकेश कुमार सिंह के अलावा बड़ी संख्या में अभिभावक भी उपस्थित थे।

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