एस. पी. सक्सेना/बोकारो। केंद्रीय श्रम संगठन एटक से संबद्ध यूनाइटेड कोल वर्कर्स यूनियन केंद्रीय कार्यकारिणी की बैठक 2 मार्च को बोकारो जिला के हद में ऑफीसर क्लब कथारा में आयोजित किया गया। बैठक में सीसीएल, बीसीसीएल तथा ईसीएल के विभिन्न कोयला क्षेत्र से आए प्रतिनिधियों ने भाग लिया।
आयोजित बैठक में तीन सदस्यीय अध्यक्ष मंडली द्वारा संचालन किया गया। अध्यक्ष मंडली में एटक उपाध्यक्ष लखन लाल महतो, महामंत्री सह पूर्व सांसद रमेंद्र कुमार तथा यूनियन के झारखंड प्रदेश महामंत्री अशोक यादव शामिल थे।
उक्त बैठक में उपस्थित वक्ताओं द्वारा यूनियन की सदस्य संख्या बढ़ाने पर बल दिया गया। साथ ही कहा गया कि जिस क्षेत्र का सदस्य शुल्क जमा हो गया है या बकाया है वे मार्च माह तक जमा कर दें।
इस अवसर पर महामंत्री रमेंद्र कुमार ने उपस्थित यूनियन डेलीगेट्स को संबोधित करते हुए कहा कि कोल इंडिया में जहां भी सौ या उससे अधिक कर्मी कार्यरत हैं, वहां वर्क्स कमेटी का गठन किया जाना है।
उन्होंने कहा कि वर्क्स कमेटी में 20 से अधिक प्रतिनिधि नहीं शामिल होंगे। कमेटी में कामगार तथा प्रबंधन दोनों के समान रूप से प्रतिनिधि रहेंगे तथा इसका कार्यकाल 2 वर्ष का होगा। उन्होंने कहा कि वर्क्स कमेटी दलाल पैदा करने की प्रक्रिया है, इसलिए यह अच्छा नहीं है।
मजदूर साथी समय का इंतजार करें। समय आने पर रणनीति बनाई जाएगी। उन्होंने बीते माह संयुक्त ट्रेड यूनियन (जिसमें एटक भी शामिल था) द्वारा हड़ताल के आह्वान को कोयला मजदूरों द्वारा नकारे जाने के सवाल पर जबाब देने के बजाय उल्टे मजदूरों से यह सवाल पुछने की नसीहत दी।
एटक उपाध्यक्ष लखन लाल महतो ने कहा कि देश के तमाम उद्योगों में वर्क्स कमेटी का गठन हो चुका है। कोल इंडिया में इसकी प्रक्रिया चल रही है। उन्होंने कहा कि कोल इंडिया में द्विपक्षीय, त्रिपक्षीय सहित कई प्रकार की कमेटी पूर्व से संचालित है। इस कारण यहां अबतक वर्क्स कमेटी को नहीं आने दिया जा रहा था। ट्रेड यूनियन के आग्रह पर सरकार द्वारा इसे शिथिल अवस्था में रखा गया था।
यही कारण था कि वर्ष 2011 से 2016 तक मंत्रालय द्वारा हम लोगों को एक्जंप्सन मिला था। पुनः 2016 के बाद सरकार द्वारा वर्क्स कमेटी गठित करने के लिए दबाव पड़ने लगा। उन्होंने बताया कि इस कमेटी में सेवानिवृत्त अथवा गैर कर्मी को चुनाव लड़ने का अधिकार नहीं होगा। केवल कर्मी ही जिनका उम्र 19 वर्ष से अधिक और कंपनी में 6 माह का सेवा दे चुके हो, उन्हें चुनाव लड़ने का अधिकार है अथवा सदस्य बनने का अधिकार है।
महतो ने कहा कि कोल इंडिया में वर्तमान में 80 प्रतिशत आउटसोर्सिंग के द्वारा उत्पादन कार्य किया जा रहा है। आने वाले समय में यह शत प्रतिशत हो जाएगा। इसलिए अभी से ही हम सबको अपने अस्तित्व को बचाने का प्रयास करना है। इस अवसर पर भेंट में उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार भ्रष्टाचारियों की सरकार है।
उन्होंने भाजपा पर कटाक्ष करते हुए कहा कि भाजपा का तात्पर्य भ्रष्ट जनता पार्टी है ना कि भारतीय जनता पार्टी। कहा कि इस सरकार द्वारा विदेशो से काला धन लाने, प्रत्येक देशवासी के खाते में 15 लाख जमा होने, प्रतिवर्ष 2 करोड़ बेरोजगारों को नौकरी देने का वादा किया गया था। वह वादा फिसड्डी साबित रहा।
इसलिए 2024 के लोकसभा चुनाव में देश की जनता भाजपा को सबक सिखाने का काम करेगी। बैठक में आउटसोर्सिंग कंपनी द्वारा मजदूरों का शोषण पर रोक लगाने, सेवानिवृत कामगारों को ग्रेच्युटी, सीएमपीएफ, एरियर तथा लिव इनकेसमेंट में हो रहे परेशानी, संडे ड्यूटी, आवास से जुड़े समस्या समाधान को जोरदार तरीके से उठाया गया।
इस अवसर पर यूनियन के महामंत्री रमेंद्र कुमार, उपाध्यक्ष लखन लाल महतो, जोनल सचिव नवीन कुमार विश्वकर्मा, जोनल अध्यक्ष चंद्रशेखर झा, कथारा क्षेत्रीय सचिव मथुरा सिंह यादव, क्षेत्रीय अध्यक्ष सुरेश शर्मा, स्वांग कोलियरी शाखा सचिव देवाशीष रजवार, अध्यक्ष परन महतो, स्वांग वाशरी शाखा सचिव बलराम नायक, अध्यक्ष यदु उरांव, महाप्रबंधक कार्यालय शाखा सचिव खुबाली मंडल, कथारा वाशरी शाखा सचिव रामविलास रजवार, कथारा कोलियरी शाखा सचिव रामेश्वर यादव, जारंगडीह कोलियरी शाखा सचिव रामदास केवट, अध्यक्ष शशिभूषण ओहदार, आदि।
आफताब आलम, गणेश प्रसाद महतो, पंकज कुमार सिंह, जय नंदन महतो, नवीन कुमार, विनोद बिहारी पासवान, नरेश मंडल, बलराम नायक, मो. अफाक, विंध्याचल, अशोक यादव, ललित नारायण राय, राजेंद्र प्रसाद सिंह, पप्पू, नंदू यादव, विपिन कुमार, मोहम्मद शरीफ, जितेंद्र, छोटू राम, विमल कुमार यादव, गुरु प्रसाद हाजरा, सुरेश प्रसाद शर्मा, प्रेम कुमार, तुलसी साहू, विनोद कुमार मिश्रा, महादेव मांझी, सुरेश प्रसाद, सन्यासी नायक, विश्वनाथ महतो, पूरन महतो, रामेश्वर यादव, मदन यादव, अनिल रजवार सहित सीसीएल, बीसीसीएल तथा ईसीएल के अधिकांश क्षेत्रों के यूनियन डेलीगेट्स उपस्थित थे।
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