एस. पी. सक्सेना/रांची (झारखंड)। जेएसएससी अभ्यर्थियों के साथ अगर न्याय नहीं हुआ तो झारखंड बंद का आह्वान करेगी संपूर्ण भारत क्रांति पार्टी। उपरोक्त बातें 30 जनवरी को संपूर्ण भारत क्रांति पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव सह झारखंड छत्तीसगढ़ प्रभारी विजय शंकर नायक ने कही।
नायक झारखंड कर्मचारी चयन आयोग द्वारा बीते 28 जनवरी को संचालित सामान्य स्नातक योग्यताधारी संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षा के प्रश्न पत्र लीक होने को लेकर छात्रों में भारी आक्रोश उत्पन्न होने पर अपनी प्रतिक्रिया में उक्त बातें कही। उन्होंने कहा कि प्रश्न पत्र का बार-बार लिक होना छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ है, जिसे अब किसी भी किमत पर कदापि बर्दाश्त नही किया जायेगा।
नायक ने साफ शब्दो मे कहा कि प्रश्न पत्र लिक प्रकरण की सर्वप्रथम प्राथमिकी दर्ज की जानी चाहिए। इसकी सीबीआई से तत्काल जांच कराई जानी चाहिए एवं परीक्षा कंडक्ट करने वाले एजेंसी को तुरंत ब्लैकलिस्टेड करते हुए झारखंड कर्मचारी चयन आयोग के अध्यक्ष नीरज सिन्हा को नैतिक जिम्मेवारी लेते हुए इस्तीफा दे देना चाहिए। जिससे कि छात्रों के भड़के असंतोष को ठंडा किया जा सके।
नायक ने कहा कि यह दुर्भाग्य है कि झारखंड में जब-जब परीक्षा किए जा रहे हैं, तो हर बार कुछ ना कुछ विवाद उत्पन्न होती रही है। चाहे पेपर लिक होने का मामला हो या नियुक्ति महाघोटाला का मामला। इन विवादों के कारण झारखंड के छात्र, युवा, नौजवानों के भविष्य पर प्रश्न चिन्ह खड़ा होता जा रहा है। जिससे उनका भविष्य अंधकारमय होता जा रहा है।
इसलिए संपूर्ण भारत क्रांति पार्टी का मानना है कि अगर पेपर लिक करने वाले दोषीयों पर तत्काल कार्रवाई, इस घोटाले की सीबीआई जांच, परीक्षा कंडक्ट करने वाले एजेंसी को ब्लैकलिस्टेड, जेएसएससी अध्यक्ष का इस्तीफा तुरंत लेने के सवाल पर पार्टी मजबूती के साथ इन सवालों के साथ खड़ा है और पार्टी का मानना है कि ऐसी कार्य संस्कृति परीक्षा महाघोटाला की संस्कृति को बंद करने की दिशा में राज्य सरकार को तत्काल ठोस कदम उठाने चाहिए। साथ हीं सभी पाली के परिक्षा को रद्द किया जाना चाहिए।
नायक ने कहा कि छात्रों द्वारा चलाए जा रहे हर संवैधानिक आंदोलनो को संपूर्ण भारत क्रांति पार्टी समर्थन करने का काम करेगी और उनके आंदोलन में भाग लेकर उनके मनोबल को बढ़ाने का काम करेगा, ताकि झारखंड में जो नियुक्ति घोटाला पेपर लीक करने का घोटाला का जो परंपरा चल रहा है, उस परंपरा पर रोक लगे लग सके।
122 total views, 1 views today