युधिष्ठिर महतो/धनबाद (झारखंड)। फिल्म जगतगुरू श्रीरामकृष्ण आगामी 16 फरवरी को झारखंड के हजारीबाग, रामगढ़, गिरिडीह एवं कोडरमा जिला में पहले रिलीज की जाएगी। उसके बाद धीरे – धीरे पुरे भारत में फिल्म रिलीज होगी। उक्त जानकारी फिल्म के निर्देशक डॉ बिमल कुमार मिश्र एवं निर्माता गजानंद पाठक ने बीते दिनों प्रेस वार्ता में दी।
प्रेस वार्ता हजारीबाग जिला के हद में विवेकानंद आईटीआई जबरा रोड कोर्रा में आयोजित की गई थी। प्रेस वार्ता में बताया गया कि फिल्म जगतगुरु श्रीरामकृष्ण युवाओं में उत्साह, शक्ति, भक्ति, आत्म श्रद्धा, आत्म विश्वास के साथ आत्म साक्षात्कार की ओर बढ़ने की प्रेरणा देती है।
झारखंड के हजारीबाग के कलाकारों द्वारा अभिनित यह फिल्म रामकृष्ण परमहंस के दिव्य व्यक्तित्व से परिचय कराती है। फिल्म में रामकृष्ण परमहंस जन्म से ही अपने दिव्यता प्रकट करते हैं। उनके जीवन में मां काली के दर्शन के लिए व्याकुलता रहती है। वे मां काली की भक्ति में डूब जाते हैं और स्वयं मां कालीमय हो जाते हैं।
इस फिल्म में जगतगुरू श्रीरामकृष्ण किस प्रकार अपने शिष्य नरेंद्र को स्वामी विवेकानन्द बनने का प्रशिक्षण देते हैं और अन्य युवाओं को किस प्रकार अध्यात्म की गहराई तक ले जाते हैं।इसे सुंदर अभिनय और गीत संगीत द्वारा दिखाया गया है।
भजन सम्राट अनूप जलोटा, सुरेश वाडकर एवं महालक्ष्मी अय्यर ने बहुत ही सुन्दर गायकी का परिचय देते हुए रामकृष्ण परमहंस के जीवन की घटनाओं को जीवंत कर दिया है। कहा गया कि फिल्म का बैकग्राउंड म्यूजिक हमें अध्यात्मिक दुनिया में ले जाता है।
संगीतकार अजय मिश्रा ने संगीत दिया है। जिन्होने देवों के देव महादेव टीवी सीरियल में संगीत दिया था। वीईसी फिल्म्स के बैनर तले निर्मित फिल्म जगतगुरु श्रीरामकृष्ण को केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड द्वारा यू सर्टिफिकेट दिया गया है।
फिल्म के निर्माता गजानंद पाठक ने बताया कि काफी समय से दर्शकों को फिल्म के रिलीज होने का इंतजार रहा हैं। जिस पर अब दर्शकों को खुशखबरी मिल रही हैं। फिल्म पूर्ण रूप से मनोरंजक, पारिवारिक और संदेशात्मक है। युवाओं में जोश भर देने वाली, दुनिया को राह दिखाने वाली, हर धर्म, जाति और व्यक्ति इस फिल्म से मिलने वाले संदेशों को मनोरंजन के साथ जोड़ने वाली है यह अनोखी फिल्म जगतगुरू श्रीरामकृष्ण।
झारखंड में बनी इस फिल्म के कलाकर अमरकांत राय, मुकेश राम प्रजापति, श्रेष्ठा, चांदनीझा, मनोज पांडेय, गजानंद पाठक, दीपक घोष, चंचला रॉय, संजय तिवारी, प्रसन्न मिश्रा, प्रशांत कुमार पांडेय एवं अन्य हैं। गीतकार डॉ हरे राम पांडेय और इस फिल्म के निर्देशक डॉ बिमल कुमार मिश्र हैं। फिल्म का पोस्ट प्रोडक्शन का पूरा काम मुम्बई में हुआ है। राहुल पाठक ने फिल्म छायांकन किया है।
फिल्म की क्वालिटी अच्छी है।धर्म, अध्यात्म, योग और ध्यान पर आधारित रामकृष्ण परमहंस के जीवन पर इस फिल्म को बनाया गया हैं। यह फिल्म दर्शकों का मनोरंजन करने के साथ – साथ जीने की कला भी बताने का काम करेगी।
आज के वर्तमान परिस्थिति में रामकृष्ण परमहंस एक युगावतार के रुप में आए हैं। यह उनके जीवन को देखने से लगता है। उन्होंने स्वयं कहा है कि जो श्रीराम, श्रीकृष्ण हैं। स्वामी विवेकानंद ने उन्हे अवतार वरिष्ठ कहा है। फिल्म को सेंसर सर्टिफिकेट मिलने के बाद कलाकारों और युवाओं में उत्साह है।
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