एस. पी. सक्सेना/बोकारो। युवा प्रणेताश्रोत स्वामी विवेकानंद की जयंती व विद्यालय के स्थापना दिवस के अवसर पर बोकारो जिला के हद में जारंगडीह स्थित स्वामी विवेकानंद स्कूल में 12 जनवरी को जयंती मनाया गया। इस अवसर पर युवा प्रणेता व ज्ञान पुंज स्वामी विवेकानंद की जयंती व विद्यालय का 45वां स्थापना दिवस श्रद्धा और भक्ति भाव के साथ मनाया गया।
इस अवसर पर विद्यालय परिसर में दीप प्रज्वलित कर और स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उक्त कार्यक्रम का शुरुआत किया गया। मौके पर स्वामी विवेकानंद की जीवनी पर प्रकाश डालते हुए विद्यालय के वरीय शिक्षक वीरमणि पांडेय ने कहा कि स्वामी विवेकानंद न केवल एक राष्ट्र पुरुष थे, बल्कि देश के युवाओं के लिए प्रेरणा स्वरूप प्रणेता और ज्ञान पुञ्ज के आधार स्तंभ थे।
उनकी जिह्वा पर साक्षात सरस्वती का वास था। उनका जन्म 12 जनवरी 1863 मे और 4 जुलाई 1902 मे मात्र 39 वर्ष की अल्पायु में उनका निधन हो गया। मात्र उनचालिस वर्ष की आयु में उन्होंने संपूर्ण विश्व में जो देश की गरिमा और गौरव स्थापित किया वह एक मिशाल है।
मौके पर विद्यालय के पूर्व प्रधानाध्यापक व् वर्तमान वरीय शिक्षक राम प्रवेश सिंह, वरीय शिक्षक युगल किशोर झा, साजेश कुमार, शिक्षिका मुक्ता सागर, रीता कुमारी, साजदा खातून आदि सहित विद्यालय के शिक्षक-शिक्षकेत्तर कर्मचारी गण व् छात्र-छात्रा उपस्थित थे।
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