इंसानियत का दूसरा नाम समाज सेवा- सज्जाद मेंहदी

इलाहाबाद (यूपी)। महज 12 साल के सज्जाद मेंहदी सामजसेवा के क्षेत्र अद्भूत योगदान देते आ रहे हैं। जो कि मौजूदा भौतिकवादी युग में दुर्लभ है। खेलने कूदने और पढ़ाई करने के इस उम्र में उन्होंने समाज की सेवा करने का बीड़ा उठा लिया है। प्रयागनगर (इलाहाबाद) से सटे कौशांबी जिले, करारी के रहने वाले सज्जाद मेंहदी की चर्चा उत्तर प्रदेश सहित देश के अन्य राज्यों में भी हो रही है।

इस कार्यक्रम के संयोजक सज्जाद मेंहदी इतनी कम उम्र में समाजसेवा का जो काम कर रहे हैं, वह आज के भौतिकवादी युग में दुर्लभ है। इससे जरुर अन्य किशोरों व युवाओं को प्रेरणा मिलेगी। मैं इस नेक काम के लिए सज्जाद मेंहदी का अभिनंदन करता हूं। कौशांबी जिले के डीएम मनीष कुमार ने यह उद्गार निर्बल विकास एवं उत्थान समिति चमनगंज द्वारा आयोजित स्वास्थ्य शिविर व कंबल वितरण कार्यक्रम में व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि दिव्यांगों तथा निर्बलों की सेवा करना पुनीत कार्य है। मेरी कोशिश होगी कि मैं यहां उपस्थित सभी दिव्यांगों को सरकारी सुविधाएं दिलवाऊं।

इसमें 50 गरीबों में कंबल का वितरित किया गया तथा 28 दिव्यांगों को प्रमाणपत्र व 20 को रियायती प्रमाणपत्र दिया गया। कार्यक्रम में विशेष अतिथि के रूप में पधारे पूर्व सांसद शैलेन्द्र कुमार ने कहा कि हमने दिव्यांगों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चलने का काम किया है। पर आज यहां पर सिर्फ 12 साल की उम्र के सज्जाद मेंहदी ने यह कार्यक्रम आयोजित कर इतिहास रच दिया है। कार्यक्रम में डॉ. जे पी साहू, डॉ. मनोज कौशिक व डॉ. इरशाद अपनी टीम के साथ उपस्थित रहे।

आयोजक संस्था निर्बल विकास एवं उत्थान समिति द्वारा ए. एस. पी अशोक कुमार सिंह व करारी के अधिशासी अधिकारी लालजी यादव का सम्मान किया गया। इसे सफल बनाने में शाहिद अली राजू, शफाकत अब्बास पाशा, बलवीर सिंह चौहान, मोइन अहमद, समिति के सचिव एड एड आफताब बाबा, सैफ मेहदी का संयोजक सज्जाद मेंहदी ने आभार व्यक्त किया। इस मौके पर समिति के कार्यकर्ता मकसूद आलम, आलम फिरोज, मो. सारीब भी उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन मो. आरिफ ने किया।




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