एस. पी. सक्सेना/पटना (बिहार)। मकस कहानिका बिहार इकाई द्वारा 27 दिसंबर को वर्ष की विदाई एवम नववर्ष के स्वागत को लेकर गूगल मीट पर ऑनलाइन कवि सम्मेलन का शानदार आयोजन किया गया।
जानकारी के अनुसार उक्त कवि सम्मेलन में मुख्य अतिथि के रुप मे दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच के वैदिक प्रवक्ता राजेंद्र आर्य, विशिष्ट अतिथि के रुप में बेगलुरु के रिटायर्ड सर्जन निरेन कुमार सचदेवा, सभा अध्यक्ष के रुप में बोकारो (झारखंड) के श्याम कुंवर भारती (प्रधान संपादक मकस) सहित संचालन समिति के समस्त पदाधिकारीगण उपस्थित रहे।
इस अवसर पर सर्वप्रथम कवि संतोष श्रीवास्तव ने मनमोहक गणेश वंदना प्रस्तुत कर कार्यक्रम का श्रीगणेश किया। तत्पश्चात कवियित्री शिखा गोस्वामी ने सरस्वती वंदना गाकर मां शारदे का वंदन किया। इसके उपरांत मकस के प्रधान संपादक कवि श्याम कुंवर भारती ने सुंदर देवी गीत प्रस्तुत किया।
इस क्रम में कवियित्री प्रतिभा जैन ने कर्णप्रिय स्वागत गीत गाकर अतिथियों तथा कवियों का स्वागत किया। रजनी प्रभा ने स्वागत भाषण के जरिए सबका स्वागत किया। इसके पश्चात मुख्य अतिथि, विशिष्ट अतिथि एवं सभाध्यक्ष का संबोधन सभी के नाम रहा।
नए साल के आगमन और बीते साल की यादों को संजोते हुए ऑनलाइन कवि सम्मेलन में कवियों के संबोधनो ने दिल छू लिया। अतिथियों ने तथा प्रधान संपादक ने पत्रिका को लेकर कई विशेष बातें कही। यहां प्रधान संपादक भारती ने अपने संबोधन में कहा कि बहुत कम समय में कहानिका हिंदी पत्रिका ने देश ही नहीं विदेश में भी अपनी पहचान बनाने में सफल रही है।
इसमें पत्रिका परिवार के सभी पदाधिकारियों और सदस्यों का सराहनीय योगदान रहा है। उन्होंने कहा कि पत्रिका ने ऑफलाइन कई कवि सम्मेलनो का भव्य और सफल आयोजन किया है। जिसके तहत मध्य प्रदेश के मैहर (सतना), उत्तर प्रदेश के अयोध्या सहित चित्रकूट, रांची, बोकारो, इंदौर और बनारस का आयोजन प्रमुख है।
उन्होंने कहा कि अगला आयोजन दुबई में अंतरराष्ट्रीय कवि सम्मेलन अगले वर्ष अप्रैल में, काठमांडू (नेपाल), दिल्ली और जगन्नाथ पूरी में होने जा रहा है। भारती ने बताया कि इसके अलावा ऑनलाइन आयोजन लगातार किए जा रहे हैं। साथ हीं कविता, कहानी और लघु कथाओं का सांझा संकलन निःशुल्क प्रकाशित किए जा रहे हैं।
पत्रिका का डिजिटल अंक प्रकाशित हो रहा है। हार्ड कॉपी अप्रैल 24 से तिमाही प्रकाशित होगी, जिसका विमोचन दुबई में करने की योजना है। प्रधान संपादक भारती ने जानकारी दी कि कई पुस्तको का विमोचन भी दुबई में करने की योजना है। इस दौरान कई तरह की साहित्यिक प्रतियोगिता भी शुरू की जायेगी, जिसमें विजेताओं को सम्मान और पुरस्कार राशि प्रदान की जायेगी।
भारती ने सभी राज्यों के राज्य प्रभारी और उप संपादक से अनुरोध किया कि सभी अपनी संचालन समिति को सक्रिय बनाए। जिसके तहत नियमित पटल की समीक्षा तथा निगरानी करते रहे। ऑनलाइन आयोजन और मासिक काव्य गोष्ठी का आयोजन करते रहे। कवि सम्मेलन में नवेद रजा दुर्गवी ने मनमोहक अंदाज में मंच का संचालन किया।
कवि सम्मेलन में लगभग 32 कवि या कवियित्रीयों ने भाग लिया जिसमें डॉ राजेश कुमार जैन श्रीनगर गढ़वाल (उत्तराखंड), संस्कार अग्रवाल, डॉ शारदा प्रसाद दुबे, शरद चंद्र (मुंबई), नरेंद्र वैष्णव सक्ति, रामनिवास तिवारी आशुकवि (एमपी), नवेद रजा दुर्गवी, आशा झा, कवयित्री अन्नपूर्णा मालवीया (सुभाषिनी) प्रयागराज, उत्तर प्रदेश, ममता झा (डाल्टेनगंज), प्रकाश राय समस्तीपुर (बिहार), शशि जैसवार (नोएडा), पंडित शिवकुमार शास्त्री ज्योतिषाचार्य, शिवनाथ सिंह “शिव” रायबरेली (उत्तर प्रदेश), आदि।
संगीता श्रीवास्तव, श्याम कुंवर भारती, रजनी प्रभा, जय कृष्ण मिश्रा, सुधीर श्रीवास्तव, पुष्पा मिश्रा आनंद (ग्वालियर), संतोष श्रीवास्तव, राजबहादुर यादव जौनपुर(उत्तर प्रदेश), धर्मराज ठाकुर (बिहार), दिलीप कुमार शर्मा, गीतकार व् कवि आनन्द पांडेय, प्रीतम कुमार झा महुआ, वैशाली (बिहार), करुणा तिवारी कोलकाता (प. बंगाल), कल्पना झा बोकारो (झारखंड), निराला पाठक झारखंड, रजनी कटारे, कृष्णा नंद कनक, संजय सिंह, स्नेहलता पांडेय “स्नेह” शामिल है। अंत में बिहार राज्य के प्रभारी प्रीतम झा ने धन्यवाद प्रकट करते हुए कार्यक्रम के समापन की घोषणा की।
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