कांग्रेस और राकोमसं का इतिहास संघर्ष का रहा है-वरुण
एस. पी. सक्सेना/बोकारो। देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस तथा इससे जुड़ी राष्ट्रीय कोलियरी मजदूर संघ का अब तक का संघर्षपूर्ण इतिहास रहा है। प्रबंधन मतवाला हाथी बन गया है। प्रबंधन अपनी आदत सुधारे अन्यथा मजदूर ईंट से ईंट बजाने का काम करेगी। मजदूरों की अनदेखी किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
उक्त बातें 28 दिसंबर को बोकारो जिला के हद में बेरमो प्रखंड के जारंगडीह स्थित परियोजना कार्यालय परिसर में इंटक से संबद्ध राकोमसं कथारा क्षेत्रीय सचिव वरुण कुमार सिंह ने आयोजित प्रदर्शन सभा को संबोधित करते हुए कही।
राकोमसं क्षेत्रीय सचिव सिंह ने कहा कि आज कांग्रेस के स्थापना का 139 वर्ष पूर्ण हो गया है। आज ही के दिन वर्ष 1985 में कांग्रेस की स्थापना की गई थी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की ही देन है कि आज देश आजाद है, क्योंकि कांग्रेस पार्टी हमेशा से संघर्ष का रास्ता अपनाते हुए देश हित व् समाज हित के लिए आंदोलन करती रही है।
इसी तरह राष्ट्रीय कोलियरी मजदूर संघ भी अपने स्थापना काल से ही संघर्ष के रास्ते पर चलकर मजदूर हित व कंपनी हित के लिए संघर्षरत रही है। उन्होंने कहा कि मजदूर हित तथा कंपनी हित से किसी भी हाल में समझौता नहीं किया जा सकता है।
कहा कि स्थानीय जारंगडीह प्रबंधन मजदूर हित को दरकिनार कर ठेका प्रथा को बढ़ावा देने में लगी है। प्रबंधन एक साजिश के तहत मजदूर हित की अनदेखी करती रही है। वे चेतावनी के साथ आग्रह और सलाह देते हैं कि प्रबंधन हटधर्मिता छोड़ें अन्यथा इसका परिणाम ठीक नहीं होगा।
यहां के मजदूर प्रबंधन की ईंट से ईंट बजा देंगे। उन्होंने कहा कि यहां के तमाम मजदूरों ने अपने खून पसीने से कोयला उत्पादन कर कंपनी को लाभ दे रही है, बावजूद इसके प्रबंधन एक साजिश के तहत कई मजदूरों को अन्यत्र ट्रांसफर कर दिया है।
आगे भी ऐसा करने की मंशा पाले है। उन्होंने क्षेत्र के मजदूरों की समस्याओं को बताया तथा कहा कि इसका चरणबद्ध हल नहीं किया गया तो राकोमसं इससे बड़ा आंदोलन खड़ा करेगी। इसलिए प्रबंधन भ्रम में न रहे।
मौके पर उदय प्रताप सिंह उर्फ कुट्टू सिंह, देवतानंद दुबे, वकील अंसारी, मोहम्मद जानी, अशोक ओझा, योगेंद्र सोनार, रविंद्र पांडेय आदि ने भी प्रदर्शन सभा को संबोधित किया।
इससे पूर्व बड़ी संख्या में महिला पुरुष श्रमिक झंडा लेकर जारंगडीह खुली खदान से जुलूस के शक्ल में नारा लगाते हुए परियोजना पदाधिकारी कार्यालय पर पहुंचकर प्रबंधन विरोधी नारा लगाते हुए जोरदार प्रदर्शन किया तथा प्रभारी परियोजना पदाधिकारी बाल गोविंद नायक को 19 सूत्री मांग पत्र सौंपा।
प्रबंधन को सौंपे गये मांग पत्र में श्रमिक आवासों की मरम्मति, कॉलोनी की साफ सफाई, मार्ग मरम्मति, स्ट्रीट लाइट लगाने, समुचित जलापूर्ति करने, कामगारों को तौलिया देने, सीएमपीएफ में हुई त्रुटि की सुधार करने, माइंस का विस्तारीकरण करने, कोलियरी में नई शॉवेल मशीन देने, विद्युत एवं यांत्रिक कर्मियों को हैंड्स ग्लब देने, भारत भ्रमण यात्रा में बने कम पैसों को सुधारने, आदि।
आरसीएमएस के विवादित सदस्यता का सत्यापन कर सदस्यता शुल्क काटने, जारंगडीह अस्पताल में महिला चिकित्सक व नर्स उपलब्ध कराने, मेडिकल के नाम पर काटे गए ₹40 हजार का प्रमाण पत्र देने, रविवार को खदान तथा लोकल सेल चालू करने आदि मांग शामिल है।
यहां वक्ताओं ने कहा कि प्रबंधन या तो राकोमसं को तरजीह नहीं देती अथवा विभाग के अधिकारी दारू पीकर मांग पत्र का जवाब देते हैं।
सभा की अध्यक्षता जारंगडीह शाखा अध्यक्ष योगेंद्र सोनार, संचालन अशोक ओझा जबकि धन्यवाद के बाद प्रदर्शन सभा समापन की घोषणा क्षेत्रीय सचिव वरुण कुमार सिंह ने की।
इस अवसर पर उपरोक्त के अलावा किशुन मंडल, विकास कुमार सिंह, राजकुमार साव, मोहम्मद फारूक, सुनील तिवारी, नागेश्वर विश्वकर्मा, सुजीत सिंह, राजीव सिंह, रिंटू सिंह, अशोक प्रधान, मोहम्मद सदीक, मोहम्मद जाहिद आलम उर्फ मोटे, देवराज भुइयां, मोहम्मद दिलशाद, मोहम्मद जाकिर, कृष्ण हरि, अर्जुन राम, आदि।
संजय प्रसाद, चुनचुन सिंह, अशोक घांसी, महेश साव, लटन हाड़ी, रामेश्वर पटवा, मीना देवी, मालती देवी, रामवती नाग, रीना देवी, कलावती देवी, काजल कुमारी, शीतल कुमारी, मूर्ति देवी, सुमित्रा देवी आदि सैकड़ो महिला पुरुष कामगार उपस्थित थे।
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