रंजन वर्मा/कसमार (बोकारो)। स्वास्थ्य एवं पर्यावरण संरक्षण संस्थान के बोकारो के सेक्टर थर्ड ई स्थित प्रधान कार्यालय में 17 दिसंबर को बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में गरगा नदी को अतिक्रमण मुक्त करने तथा पर्यावरण संरक्षण को लेकर गहन विचार विमर्श किया गया।
पर्यावरण-मित्र आश्रम में आयोजित उक्त महत्त्वपूर्ण बैठक में सर्व सम्मति से निर्णय लिया गया कि आगामी 24 से 25 दिसंबर तक दो दिवसीय गरगा बचाओ यात्रा इस गरगा नदी (गर्ग-गंगा) के उद्गम स्थल बोकारो जिला के कसमार स्थित कलौंदी बांध जलकुंड से लेकर पुपुनकी गांव के तेलमच्चो पुल के पास दामोदर में संगम स्थल तक आयोजित की जाएगी।
जिसके माध्यम से इस नदी की स्थिति का निरीक्षण करते हुए इसे बचाने के लिए आमजन, जिला प्रशासन और राज्य सरकार से प्रदूषण एवं अतिक्रमण मुक्त करने की अपील की जाएगी। कहा गया कि आगामी 24 दिसंबर को सुबह 10 बजे गरगा नदी के उद्गम स्थल कसमार के कलौंदी बांध जलकुंड के पास गरगा पूजन कार्यक्रम आयोजित कर इसका शुभारंभ किया जाएगा।
साथ हीं इस जलकुंड से गाद तथा प्रदूषण को हटाने, इसकी खुदाई कराने एवं इस क्षेत्र को अतिक्रमण मुक्त करने का निवेदन किया जाएगा, जिससे इस नदी की भूगर्भ से निकलने वाली धारा बाधित न हो। इसके बाद यहां से गरगा बचाओ यात्रा आरंभ होकर नदी का निरीक्षण करते हुए संध्या 4 बजे तक गरगा डैम तक जाएगी।
दूसरे दिन 25 दिसंबर को सुबह 10 बजे से पुनः गरगा बचाओ यात्रा गारगा डैम से प्रारंभ होकर सिवानडीह, ऋतुडीह, बारी कोऑपरेटिव, सेक्टर 12, चास, चीरा चास होते इस नदी के दामोदर में मिलन स्थल पुपुनकी तक जाएगी।
उक्त बैठक में कहा गया कि दोनों दिन इस यात्रा के क्रम में कई स्थानों पर छोटी छोटी सभाएं आयोजित कर रहिवासियों को जागृत किया जाएगा। ज्ञात हो कि इस नदी का संबंध श्रीकृष्ण भगवान के जन्म से है, जिसे गर्ग ऋषि ने अपने तपोबल से भूगर्भ से उत्पन्न किया था। इसीलिए इसका नाम गर्ग-गंगा पड़ा था, जो बाद में अपभ्रंश होकर गरगा हो गया।
इस अवसर पर बैठक में संस्थान के महासचिव शशि भूषण ओझा ‘मुकुल’ ने कहा कि प्रशासन और सरकार द्वारा गरगा नदी को प्रदूषण और अतिक्रमण मुक्त करने हेतु हर हाल में जल्द कदम उठाना ही होगा, अन्यथा बड़ा आंदोलन खड़ा किया जाएगा।
कार्यक्रम के प्रथम दिन 24 दिसंबर के सभी आयोजनों का प्रभारी शैलेंद्र कुमार तिवारी और 25 दिसंबर के सभी आयोजनों का प्रभारी गौरी शंकर सिंह को बनाया गया। पूरे कार्यक्रम का संयोजक संस्थान के कार्यकारी अध्यक्ष रघुबर प्रसाद को बनाया गया। संस्थान के महासचिव शशि भूषण ओझा ‘मुकुल’ के निर्देशन और नेतृत्व में गरगा बचाओ यात्रा संचालित होगी।
उक्त बैठक में रघुबर प्रसाद, अखिलेश ओझा, शशि भूषण ओझा ‘मुकुल’, ललित प्रसाद, वीरेंद्र चौबे, गौरी शंकर सिंह, बीरेंद्र मिश्र, नीरज कुमार, शैलेंद्र तिवारी, योगेंद्र सिंह, कुंदन उपाध्याय, ललन कुमार, प्रभुनाथ चौधरी, शैलेंद्र झा, अनिल उपाध्याय, दीपक सिंह, मंटू सिंह, अभय कुमार गोलू, मनीष पांडेय, सुनील झा, मनोज पांडेय आदि पर्यावरण रक्षक उपस्थित थे।
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