खेती बाड़ी के दिनवा अइले चार महिनवा गीत पर टुन्ना व् सीमा के भाव नृत्य का धमाल

मेले में सुरभि कला मंच द्वारा दिवाकालीन कार्यक्रम प्रस्तुत

अवध किशोर शर्मा/सारण (बिहार)। सारण जिला के हद में हरिहरक्षेत्र सोनपुर मेले में पर्यटन विभाग के मुख्य पंडाल के मंच पर दिवाकालीन सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। यहां आयोजित कार्यक्रमों की श्रृंखला में 9 दिसंबर को बिहार की राजधानी पटना के रौशनी कला जत्था और सुरभि कला मंच सोनपुर के कलाकारों ने भाव नृत्य, गायन एवं नाट्य कला की प्रस्तुति से पंडाल में बैठे मेला दर्शकों का जबरदस्त मनोरंजन किया।

इस अवसर पर उपस्थित कलाकारों ने मंच से सामाजिक कुरीतियों और अंधविश्वासों के खिलाफ नाटक प्रस्तुत कर मेला दर्शकों को जागरुक किया। यहां सुरभि कला मंच से जुड़े कलाकारों टुन्ना कुमार एवं सीमा कुमारी ने भोजपुरी गायक गणेश लाल यादव के गवनई खेती बाड़ी के दिनवा अइले चार महिनवा पर भाव नृत्य की प्रस्तुति कर कृषि क्षेत्र की विशेषता की जानकारी दी। इसी जोड़ी ने जल जीवन हरियाली पर भी भाव नृत्य प्रस्तुत किए।

इसी तरह अरविंद और नूतन की जोड़ी ने नेहिया के फुलवा एहो पिया जबसे फुलइले हो। बसंती बयार बहल सरसो फुलाइल ए हो पिया काहे बाड़ तू भुलाइल पर भाव नृत्य की प्रस्तुति कर दर्शकों से अपने पक्ष में जमकर वाह वाही बटोरी। गायिका रागिनीश्री के गीत कोयल बिना बगिया ना शोभे राजा पर भी श्रोता झूम उठे।

मेला में सारण जिला प्रशासन की ओर से विभागीय उद्घोषक और चर्चित रंगकर्मी बिठ्ठल नाथ सूर्य कार्यक्रम का संचालन कर रहे थे।
इसी तरह मंच पर भोजपुरी गायक गणेश लाल यादव द्वारा प्रस्तुत गीत नई झूलनी के छैइया बलम दुपहरिया बिताई ला हो, कभी राम बनके कभी श्याम बनके और बेटी बचाओ अभियान गीत बेटी है शान देश की काफी प्रभावी रहा।

मंच पर रौशनी कला जत्था बिहटा (पटना) के कलाकारों ने भी अपनी प्रस्तुति से दर्शकों का खूब मनोरंजन किया। आयशा कुमारी ने मन मेरा मंदिर शिव मेरी पूजा गीत गायन से दर्शकों को झुमाया।

कार्यक्रम के आरंभ में मोहम्मद नसीमुद्दीन ने विद्या की अधिष्ठात्री देवी सरस्वती की वंदना की। इसके बाद बिहार बा बिहार बा बिहार बा, देशवा के शान बिहार बा गाकर बिहार की गौरव गरिमा को उजागर किया। दहेज उन्मूलन, नशा मुक्ति और पर्यावरण आधारित जागरूकता नाटकों की मुख्य प्रस्तुति रही।

रौशनी कला जत्था के मो. नसीमुद्दीन के नेतृत्व में जिला प्रशासन सारण के विभागीय उद्घोषक एवं रंगकर्मी विठ्ठल नाथ सूर्य के संचालन में गीत, संगीत, बाल विवाह, दहेज उन्मूलन, नशा मुक्ति पर आधारित नाटक दिखाया गया जिसमें सुधीर कुमार बबलू, बीटेश्वर कुमार, सुशील कुमार(नाल वादक), आदि।

संजीत कुमार, शत्रुघ्न अलबेला (गायक), शरद यादव, विजया लक्ष्मी, आयशा सिंह आदि ने अपने अभिनय से दर्शकों के दिलों पर अमिट छाप छोड़ी। कार्यक्रम के अंत में जिला प्रशासन द्वारा महिला बाल विकास परियोजना पदाधिकारी गरखा द्वारा मोमेंटो देकर संस्था के कलाकारों को सम्मानित किया गया।

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