दुर्घटना को आमंत्रण दे रहा बड़ाजामदा भट्टीसाईं मुख्य सड़क पर बने दर्जनों गड्ढे

समाजसेवी अरविंद चौरसिया ने की जिला प्रशासन से समस्या निराकरण की मांग

सिद्धार्थ पांडेय/जमशेदपुर (झारखंड)। पश्चिमी सिंहभूम जिला के हद में बडा़जामदा-नोवामुण्डी मुख्य सड़क पर बने बड़े-बड़े गड्ढे दुर्घटना को आमंत्रण दे रहा है। समाजसेवी ने जिला प्रशासन से समस्या निराकरण की मांग की है।

उल्लेखनीय है कि बड़ाजामद से नोवामुण्डी तक दर्जनों स्थानों पर गहरे व बडी़-बडी़ गड्ढों में तब्दील सड़क, ऊंची-ऊंची स्पीड ब्रेकरों के उपर से कार, मोटरसाईकल जैसी छोटी वाहनों को पार करना वाहन मालिकों व चालकों के लिये पिछले कुछ वर्षों से सबसे बडी़ परेशानी व चुनौती का कारण बना हुआ है।

इस मार्ग से गुजरने वाले तमाम छोटी वाहनों के चालक अपने आप को इस बात के लिये हमेशा कोसते हैं कि आखिर परिवहन विभाग अथवा सरकार को रोड टैक्स क्यों दे रहे हैं। जबकि उनकी कार हीं ऐसी सड़क से सुरक्षित पार नहीं हो सकती।

उक्त परेशानी को देखते हुए क्षेत्र के समाजसेवी अरविंद चौरसिया ने जिला प्रशासन से समस्याओं के निराकरणकी मांग की है। ज्ञात हो कि ऐसी कोई भी कार नहीं जो इस सड़क मार्ग पर बोकना गांव के सत्संग आश्रम के समीप स्थित पुलिया के एक छोर पर बनाया गया काफी ऊंची स्पीड ब्रेकर, आदि।

बडा़जामदा रेलवे क्रोसिंग के दोनों तरफ का स्पीड ब्रेकर, भठ्ठीसाई पेट्रोल पंप के सामने पुलिया पास सड़क में बने बडे़ गड्ढे को नीचे स्थित चेंबर या अन्य हिस्से में बिना टकराये पार कर जाये। इस गड्ढे व ब्रेकर को पार करने से पहले चालक कार में बैठे सभी जनों को कार से बाहर उतार देता है, ताकि वजन कम होने से कार को पार करने के दौरान निचले हिस्से में टकराये नहीं।

लेकिन चालक का सारा अनुभव व ज्ञान तब बेकार हो जाता है जब कार का निचला हिस्सा उसके बाद भी टकरा कर क्षतिग्रस्त हो जाता है। इस जर्जर मार्ग पर अब तक दर्जनों छोटे वाहनों का चेंबर आदि फट चुका है। जिससे वाहन मालिकों को भारी आर्थिक, शारीरिक व मानसिक नुकसान उठाना पड़ता रहा है। ऐसी हालात की वजह से आये दिन बडी़ दुर्घटनाएं होते रहती है जिसमें कई राहगीरों की जान भी जा चुका है।

इन स्पीड ब्रेकरो व गड्ढों को ठीक करने की शिकायत छोटे वाहनों के मालिकों द्वारा पुलिस-प्रशासन व स्थानीय जन प्रतिनिधियों से निरंतर किया जाता रहा है, लेकिन किसी के कान में जूँ तक नहीं रेंग रहा है। कुंभकर्णी नींद भी विभाग व प्रशासनिक अधिकारियों की नहीं टूट रही है।

इमरजेंसी स्थिति में मरीजों का इलाज हेतु जमशेदपुर आदि शहर ले जाने के दौरान रहिवासियों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। सभी का सरकार व प्रशासन से एक हीं सवाल है कि क्या वह जनता को सबसे ज्यादा परेशान करने वाली उक्त समस्या से मुक्ति दिला पाने में अक्षम है।

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