मौनी बाबा ने दिया छठ व्रतियों को सूर्य पूजा का महामंत्र
अवध किशोर शर्मा/सारण (बिहार)। चार दिनों तक चलनेवाले लोक आस्था का महापर्व छठ व्रत के दूसरे दिन 18 नवंबर को खरना के दिन सारण जिला के हद में हरिहरक्षेत्र सोनपुर के लोकसेवा आश्रम परिसर स्थित सूर्य मंदिर में छठ व्रतियों के बीच पूजन सामग्री वितरण किया गया। बिहार प्रदेश उदासीन महामंडल के अध्यक्ष व आश्रम के व्यवस्थापक संत बाबा विष्णुदास उदासीन उर्फ मौनी बाबा ने सैकड़ों व्रतियों के बीच छठ पूजा सामग्री वितरण किया।
मौनी बाबा ने इस मौके पर व्रतियों को संबोधित करते हुए कहा कि सूर्य षष्ठी व्रत से आरोग्य की प्राप्ति होती हैं। तन स्वस्थ और मन पवित्र होता है। उन्होंने कहा कि धार्मिक मान्यताओं के अनुसार संतान दीर्घायु होता है। कहा कि छठ पर्व का उपवास पाचन तंत्र के लिए औषधि का कार्य करता है।
यहां आश्रम स्थित सूर्य मंदिर परिसर में मौनी बाबा के साथ धर्मानुरागी अजय कुमार ने संयुक्त रुप से छठ पूजा सामग्री का वितरण किया। वितरित किए गए सामग्री में सूप, नारियल, दूध, गुड़, माचिस, अरवा चावल आदि शामिल है। व्रतियों ने इस दौरान भगवान सूर्य की पूजा अर्चना कर अपने व्रत को निर्विघ्न पूर्ण करने के लिए आत्म शक्ति देने की प्रार्थना की।
ऊर्जा का अवशोषण के लिए तैयार करता है छठ व्रत
इस अवसर पर मौनी बाबा ने छठ व्रतियों को बताया कि प्राचीन काल में भारत के ऋषि-मुनि और तपस्वी बिना भोजन – पानी ग्रहण किए कठोर तपस्या कर ऊर्जा प्राप्त करते थे। छठ पूजा की इसी विधि से वे सभी भोजन-पानी से अप्रत्यक्ष तौर पर प्राप्त होने वाली ऊर्जा के बजाए सूर्य के संपर्क से सीधे ऊर्जा प्राप्त करते थे।
उन्होंने बताया कि षष्ठी तिथि (छठ) एक विशेष खगोलीय अवसर होता है। इस समय सूर्य की पराबैगनी किरणें पृथ्वी की सतह पर सामान्य से अधिक मात्रा में एकत्र हो जाती हैं। उसके संभावित कुप्रभावों से रक्षा करने का सामर्थ्य इस सूर्य षष्ठी व्रत परंपरा में रहा है। उन्होंने कहा कि अस्ताचल गामी और उदियामान सूर्य को अर्घ्य देने के दौरान इसकी रोशनी के प्रभाव में आने से कोई चर्म रोग नहीं होता और इंसान निरोगी रहता है।
मौनी बाबा ने छठ व्रत के समापन अर्थात पारणा के दिन सभी छठ व्रतियों के लिए सुबह में आश्रम में ही प्रसाद (भोजन) करने की व्यवस्था की जानकारी दी। कहा कि व्रतियों के लिए पारण का भोजन आश्रम में बनेगा।
पूजा सामग्री वितरण समारोह के सफल संचालन में अधिवक्ता विश्वनाथ सिंह, अभय कुमार सिंह, मनीष कुमार, लोकसेवा आश्रम मंदिर समूह के अर्चक पंडित अनिल झा शास्त्री, बाबा लाल दास, सनोज सिंह, अधिवक्ता जय मूरत शर्मा, अजय कुमार, नित्यानंद सिंह , वरुण सिंह, अनिल सिंह गौतम, सुनील कुमार यादव की सहभागिता रही।
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