साभार/ नई दिल्ली। पिछले कुछ समय से WhatsApp अपने प्लैटफॉर्म पर फैलने वाली फर्जी खबरों को रोकने में नाकाम रहने का आरोप झेल रहा है। इसे देखते हुए कंपनी ने भारत में लोगों को फर्जी खबरों के बारे में जागरूक करने के लिए टीवी कैंपेन जारी करने का निर्णय लिया है। कंपनी ने कहा कि यह निर्णय 2019 लोकसभा चुनावों को ध्यान में रखते हुए फर्जी खबरों को वॉट्सऐप पर फैलने से रोकने के लिए लिया गया है।
इससे पहले लोगों को फर्जी खबरों और अफवाहों के बारे में जागरुक करने के लिए कंपनी ने दो चरणों में रेडियो कैंपेन भी शुरू किए थे। 29 अगस्त को शुरू हुए पहले चरण में कंपनी ने ऑल इंडिया रेडियो के 46 रेडियो स्टेशन पर अपना कैंपेन चलाया। इसके बाद 5 सितंबर से कंपनी ने AIR के अन्य 83 रेडियो स्टेशनों पर अपना कैंपेन चलाया। कंपनी ने एक बयान में कहा कि उसने भारत में अपने यूजर्स पर गहराई से अध्ययन किया है और उसके आधार पर तीन टीवी विज्ञापन तैयार किए हैं।
कंपनी ने कहा, ‘तीनों विज्ञापन टेलीविजन, फेसबुक और यूट्यूब पर नौ भाषाओं में उपलब्ध होंगे तथा इनकी पहुंच सभी वॉट्सऐप यूजर्स तक होगी। इनका प्रसारण राजस्थान और तेलंगाना में चुनाव से पहले ही शुरू हो जाएगा।’ ये विज्ञापन अंग्रेजी, हिंदी, बांग्ला, कन्नड़, तेलुगु, असमिया, गुजराती, मराठी और मलयालम में उपलब्ध होंगे। तीनों ही विज्ञापन 60 सेकंड लंबी एक फिल्म के रूप में होंगे। कंपनी ने कहा कि इन विज्ञापनों को न्यूज और फिल्म चैनलों के साथ कई चैनलों पर प्रसारित किया जाएगा। बाद में इन्हें ऑनलाइन और प्रिंट के विज्ञापन के जरिए भी प्रसारित किया जाएगा।
मालूम हो, अपने प्लैटफॉर्म पर फैलती फर्जी खबरों और अफवाहों को लेकर कंपनी को सरकार के कड़े रुख का सामना करना पड़ा है। इसे देखते हुए कंपनी ने फेक न्यूज को रोकने के लिए पहले भी कई कदम उठाए। इनमें वॉट्सऐप फॉरवर्ड लिमिट को 5 तक सीमित करना और भारत में कंपनी का अधिकारी नियुक्त करना शामिल है। बता दें, वॉट्सऐप के भारत में 200 मिलियन (20 करोड़) उपभोक्ता हैं।
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