गम के माहौल में शहीद दरोगा प्रभात रंजन का अंतिम संस्कार
गंगोत्री प्रसाद सिंह/हाजीपुर (वैशाली)। बिहार में अब बालू माफियाओं की दबंगता सर चढ़कर बोलने लगा है। प्रशासनिक महकमा बालू माफियाओं के शमक्ष बौनी साबित हो रहा है। इसी का परिणाम है बीते 14 नवंबर को जमुई जिला के हद में गरही थाने में पुलिस अवर निरीक्षक के पद पर तैनात प्रभात रंजन की बालू माफियाओं द्वारा ट्रेक्टर से कुचलकर की गयी हत्या।
जानकारी के अनुसार वैशाली जिला के हद में बलिगांव थाना क्षेत्र के भगवानपुर निवासी शहीद दरोगा प्रभात रंजन का गम के माहौल में बीते 15 नवंबर को स्थानीय नून नदी के तट पर अंतिम संस्कार किया गया।
ज्ञात हो कि, वैशाली जिला निवासी दरोगा प्रभात रंजन बिहार के जमुई जिला के हद में गरही थाने में तैनात थे। जिनकी हत्या बालू माफिया ने बीते 14 नवंबर को ट्रेक्टर से कुचलकर कर दिया। मृत प्रभात रंजन का पार्थिव शरीर जमुई पुलिस अधीक्षक सौर्य सुमंत्र के नेतृत्व में जमुई पुलिस बल द्वारा उनके पैत्रिक गांव बीते 15 नवंबर की रात्रि में लाया गया। मृत दारोगा अपनी पत्नी, एक 4 वर्षीय पुत्री औऱ एक चार माह का पुत्र छोड़कर इस दुनिया से चले गए।
मृत प्रभात रंजन का पार्थिव शरीर गांव पहुंचते हीं गांव में कोहराम मच गया। कल के रोज पातेपुर के स्थानीय विधायक लखेन्द्र पासवान और स्थानीय जनप्रतिनिधियों के साथ आम जनता ने मृत प्रभात रंजन के पार्थिव शरीर पर पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धांजलि अर्पित किया। इस अवसर पर वैशाली पुलिस अधीक्षक के साथ स्थानीय थाने के पुलिस ने शहीद प्रभात रंजन के पार्थिव शरीर को गार्ड ऑफ ऑनर दिया। इसके बाद उनका अंतिम संस्कार नून नदी तट पर किया गया।
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