एस. पी. सक्सेना/पटना (बिहार)। बिहार की राजधानी पटना स्थित कमला नेहरू शिशु विहार में 4 नवंबर को दूसरे अनिंदो बनर्जी जैविक बीज और खाद्य महोत्सव: प्रकृतिका 2023 का आगाज किया गया।
महोत्सव में समग्र सेवा के सचिव मकेश्वर रावत ने अतिथियों का स्वागत किया। अनिंदों बनर्जी की माँ शेफाली बनर्जी, पूर्व वन संरक्षक अजीत कुमार सिंह, कमला नेहरू शिशु विहार समिति के सचिव राकेश नाथ चौबे, तरूमित्र की देवयानी दत्ता और छात्र प्रतिनिधि ओमजी ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर दो दिवसीय महोत्सव का उद्घाटन किया। उक्त जानकारी कलाकार साझा संघ के सचिव, लोक कलाकार एवं चर्चित टीवी कलाकार मनीष महीवाल ने दी।
महीवाल ने बताया कि इस अवसर पर उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए शेफाली बनर्जी ने जलवायु सापेक्ष कृषि क्षेत्र में रिजेनरेटिव बिहार अभियान के योगदान की सराहना की और आशा व्यक्त की कि आने वाले समय में इसका विस्तार होगा। इस अवसर पर कमला नेहरू शिशु विहार समिति के सचिव राकेश नाथ चौबे ने कहा कि उनकी संस्था निरंतर इस अभियान के साथ है।
देवयानी दत्ता ने एग्रो एकोलॉजी के लिए तरुमित्र के प्रयासों और रिजेनरेटिव विहार के साथ साझेदारी को रेखांकित किया। पूर्व वन संरक्षक अजीत कुमार सिंह ने कृषि वानिकी और जैविक कृषि के तौर तरीकों पर चर्चा की।
छात्र प्रतिनिधि ओमजी ने बताया कि कैसे स्वस्थ भोजन प्राप्त करने के लिए वे अपने स्कूल में एग्रो ईकालजी सीख रहे हैं। जयकली कुँवर मेमोरियल ट्रस्ट के संस्थापक राइडर राकेश ने सभी अतिथियों और इस दो दिवसीय महोत्सव में भाग ले रहे कृषकों और उद्यमियों के प्रति साधुवाद व्यक्त किया।
महोत्सव के संयोजक इश्तेयाक़ अहमद ने बताया कि इस बार का प्रकृतिका जलवायु संकट का सामना करने में जैविक, कुदरती, प्राकृतिक खेती अपनाने वाले किसानों, उनके नवाचारों एवं हस्तक्षेपों का जश्न है। उन्होंने अगले दो दिनों में होने वाले कार्यक्रमों की रूपरेखा पेश की।
प्राकृतिका में भाग लेने वाले प्रमुख अतिथियों में पटना की मेयर सीता साहू, उप मेयर रश्मि, कमला नेहरू शिशु विहार की प्रधानाध्यापिका डॉ सुनीता प्रसाद, नोटेडेम अकेडमी की प्रधानाध्यापिका सिस्टर त्रिजा, लोक पंच के अध्यक्ष राम कुमार सिंह, पूर्व विधान पार्षद प्रोफेसर वसी अहमद शामिल थे।
इस अवसर पर भागलपुरी हस्तकरघा उत्पादक अंगम/कॉलिका, बेगुसराय के हस्त शिल्पकार त्रिवेणी, वाइल्ड लाइफ इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया, बिहार पर्यावरण संरक्षण अभियान, देसी मंत्रा, दर्वेशपुरा जैविक प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड, रोहतास ऑर्गैनिक फार्मर्स, जीवित माटी किसान समिति, खेती, ग्रीन वसुधा फाउंडेशन, समग्र सेवा, जयकली कुँवर मेमोरियल ट्रस्ट, क्राफ्ट एज, क्लाइमेट कैफे तथा नव जागृति ने प्रकृतिका में अपने-अपने स्टॉल लगाए हैं।
महीवाल के अनुसार लगभग 8 स्कूलों के 500 से ज्यादा छात्र आज प्रकृतिका में आए और विभिन्न स्टॉलों का भ्रमण किया। बताया कि प्रकृतिका 2023 के मुख्य आकर्षण में आरएच रिछारिया देसी बीज प्रदर्शनी, देबजीत सडंगी जंगली और अपने आप उगने वाली खाने की चीज़ों की प्रदर्शनी, आदि।
भास्कर सावे एग्रोफोरेस्ट्री व्याख्यान एवं प्रदर्शनी, आर. पापम्मल जैविक कृषि उत्पाद प्रदर्शनी एवं विक्रय, कमलादेवी चट्टोपाध्याय महिला इकोप्रेन्योरशिप गैलरी, अबुल कलाम आज़ाद ऍग्रोइकोलॉजी चाइल्ड चैंपियंस फोरम, लिंगू बाई लाइव सीड स्टूडियो, क्लाइमेट कैफे, जी नम्मलवार स्मृति किसान सम्मान आदि आकर्षण का केंद्र रहा।
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