नवरात्रि के पवन अवसर पर खादी फेस्ट में जनसैलाब
प्रहरी संवाददाता/मुंबई। ‘आत्मनिर्भर भारत’ अभियान के तहत भारत सरकार ने देशवासियों की हौसला अफजाई व उनके हितों के मद्देनजर खादी को बढ़ावा देने के लिए मुंबई में विशेष मेला का आयोजन किया है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार पितृपक्ष की समाप्ति के साथ ही नवरात्रि व अन्य त्योहारों का सिलसिला शुरू होता है। इसके तहत सरकार ने मुंबईकरों की सुविधाओं को देखते हुए त्यौहारी (फेस्टिव) सीज़न शुरू होते ही यह कदम उठाया है।
ऐसे में रविवार को नवरात्रि के शुभारंभ के साथ विले पार्ले (पश्चिम) के खादी ग्रामोद्योग भवन में आयोजित खादी फेस्ट-23 में खरीदारों का जन सैलाब उमड़ आया है। खादी फेस्ट में मुंबईकरों ने अपने पसंदीदे उत्कृष्ट खादी उत्पादों की जमकर ख़रीदारी की। खादी की लोकप्रियता को चार चांद लगाने के लिए आयोजित इस महोत्सव में 75 स्टॉल्स में खादी के कपड़ों के अलावा ग्रामोद्योग के दूसरे प्रोडकट्स भी उपलब्ध हैं।
गौरतलब है कि खादी की बढ़ती लोकप्रियता का कारण देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को माना जा रहा है। चूंकि खादी एवं ग्रामोद्योग उत्पाद का शत प्रतिशत ओरिजिनल होना और यह सभी प्रोडक्ट का हैंडमेड होना कई मायनों में खास है। साथ ही दाम भी शॉपिंग मॉल की तुलना में कम होना है। इस फेस्ट में लोग शॉपिंग के बाद फूट कोर्ट में रेलैक्स करते नज़ए आये।
पिछले 9 वर्षों में, पीएम मोदी के ‘आत्मनिर्भर भारत अभियान’ और ‘वोकल फॉर लोकल’ के मंत्र ने खादी और ग्रामोद्योग उत्पादों की बिक्री को 1.34 लाख करोड़ रुपये का इजाफा हुआ है। जोकि “आत्मनिर्भर भारत” की ओर इंगित करता है। यही कारण है कि आज खादी लोगों की पहली पसंद बन गया है। आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ रहे भारत ने खादी के समुचित उपयोग से MSME सेक्टर को और अधिक मजबूत करने का प्रयास कर रहा है।
गांधी जयंती के अवसर पर सूक्ष्म लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय भारत सरकार के माध्यम से आयोजित इस खादी फेस्ट में प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम के अंतर्गत खादी की बिक्री पर 20 फीसदी छूट दी जा रही है। 31 अक्टूबर तक चलने वाले इस खादी फेस्ट में प्रवेश नि:शुल्क है।
Tegs: # Every work is in the name of the country, an initiative of the government of india
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