रंगुनी (धनबाद)। देश की कोयला राजधानी धनबाद शहर से करीब 5 किलोमीटर दूर जिले में स्थित रंगुनी बस्ती निवासी चंद्र शेखर दत्ता ने अभिनय के क्षेत्र में अपनी खास पहचान बनायीं हैं। बॉलीवुड की मायानगरी में चंद्र शेखर ने अब तक अपने अभिनय के सफर में लघु फिल्में, टीवी सीरियल और फिल्मों में काम कर चुके हैं। चंद्र शेखर एफटीआईआई जैसे मान्यता प्राप्त संस्था से सम्मानित रूप से एक्टिंग में पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा किये हैं। जहाँ इन्हें जया बच्चन स्कॉलरशिप भी मिला।
श्रीराम सेंटर दिल्ली से थिएटर में डिप्लोमा भी किये हैं। कहा जा सकता हैं कि इन्होंने खुद को अभिनय के लिए हर तरह से तैयार किया हैं। अब तक बॉलीवुड के दिग्गज निर्देशक संतोष सीवान, राम गोपाल वर्मा और संजय लीला भंसाली की फिल्में कर चुके हैं। आगामी समय में कई बॉलीवुड फिल्में रिलीज भी होने को हैं और वर्तमान में फिल्मों के साथ साथ वेब सीरीज भी कर रहें हैं। लेकिन, जितना सुनने में और कहने में आसान लगता हैं। असल में यह इतना आसान भी नहीं रहा हैं।
बारहवीं के बाद एक्टिंग में करियर बनाने की सोच को लेकर धनबाद छोड़ दिए। सबसे पहले राँची गए। राँची इनकी जन्मभूमि रही हैं। यहाँ नन्दलाल नायक के साथ चार दिनों तक सहायक के रूप में काम किये। उस समय नन्दलाल नायक एक वीडियो गानें का फिल्मांकन कर रहे थे। चंद्र शेखर को इन चार दिनों का बहुत ही अच्छा अनुभव रहा। लेकिन, जिस चीज की चाह लेकर घर से निकले थे। उसे पूरी करने के लिए और भी निपुणता जरूरी थी। इसलिए वे राँची छोड़ अब दिल्ली पहुँच गए। यहाँ भी समय बिताया। जो कुछ भी हासिल होना सम्भव था। उसे हासिल कर मुम्बई पहुँच गए।
चूँकि, हर कलाकार को अपनी मंजिल मुम्बई में ही मिलती हैं। यहाँ आकर अब दिनेश खन्ना, सुमन कुमार और त्रिपुरारी जैसे गुरु मार्गदर्शकों का मार्गदर्शन मिला। जब चंद्र शेखर एक्टिंग की बारीकियों को सिख लिए और अब लगा कि कुछ काम किया जाये। तो मुम्बई की हालात उस समय थोड़ी सी असाधारण थी। उस समय मुम्बई में हड़ताल जोर शोर से जारी था। इस वजह से सालों तक चंद्र शेखर एक्टिंग की क्लासेज लेते रहें। कई को लेखनी में भी मदद किये। लेकिन, पहला काम ऍरर 404 में मिला। यह काम इनके सीनियर के द्वारा दिया गया।
इस फ़िल्म में एक छोटा सा किरदार मेडिकल कॉलेज छात्र का मिला। पर इसके बाद कई काम मिलने लगे। टीवी सीरियल क्राइम पेट्रोल में चार एपिसोड, सावधान इंडिया में चार एपिसोड और पहला एपिसोड बैंडिटस ऑफ़ ब्रिटिश इंडिया व शैतानें क्रिमिनल माइंड का भी किया। एफटीआईआई में चार लघु फिल्में की। जिनमे से क्रमशः को दो नेशनल अवॉर्ड भी मिला। इनकी आने वाली फिल्म ‘लौ’ जो रांची में शूट हुई। ‘ द लास्ट कोआन’ जो कि विक्रम बेताल पर आधारित हैं। इसमें बेताल क्रोनोस की लीड भूमिका में नज़र आयेंगे।
‘कृष्णा’ में टाइटल रोल कृष्णा, और बड़ी उपलब्धि में मलाला यूसुफजई के जीवनी पर आधारित फिल्म गुल्मकाई में मुख्य नेगेटीव मुस्लिम खान का किरदार निभाया। यह फिल्म दिसंबर में रिलीज़ होने की सम्भावना हैं। अमेज़न प्राइम की पॉपुलर वेब सीरीज़ ‘लाखों में एक’ के दूसरे सीजन में एक बड़े किरदार में भी दिखेंगे। चन्द्र शेखर साधारण जन मानुष के अंतर में चल रहे पेचीदगी को सहजता से करना चाहते हैं। चाहे ऑरिजिनल या अल्ट्रा रियल तरीके से।
लघु फ़िल्म असल मर्द के लिए लॉस एंजिलिस में बेस्ट एक्टर के लिए भी नामांकित हुए। इनके द्वारा अभिनीत फ़िल्म लौ को जिफ और डीफ अवॉर्ड भी दिया गया। झारखंड में अब फ़िल्म निति बन चुकी हैं और फिल्में भी बन रही हैं। तो झारखंड में भी फिल्में करना चाहते हैं। मिथुन चक्रवर्ती को अपना आदर्श मानते हैं और पेचीदे से पेचीदे किरदार को सहजता से करने की काबिलियत रखते हैं।
फ़िल्म पत्रकार कुमार यूडी की रिपोर्ट।
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