मुंबई। यदि आपने रेलवे की यात्रा के लिए ग्रुप बुकिंग कराई है और इसमें किसी टूर ऑपरेटर की मदद ली है, तो यात्रा से पहले आपके टिकट का स्टेटस जरूर चेक कर लें। कहीं आपकी टिकट भी तो ‘सीज’ नहीं हो गई। 10 नवंबर को 260 स्कूली लड़कियों के साथ ऐसा हुआ है। घाटकोपर की सेठ वीरचंद धनजी देवशी (एसवीडीडी) इंग्लिश मीडियम स्कूल में पढ़ने वाली 9वीं क्लास की लड़कियों के लिए जुलाई महीने में मुंबई से रणथम्बौर और जयपुर के लिए टूर प्लान किया गया था। पश्चिम रेलवे के अनुसार, ये सभी टिकटें अवैध तरीके से आईआरसीटीसी की वेबसाइट पर निजी आईडी से बुक हुई थीं, इसलिए इन्हें रद्द करना पड़ा।
पिछले कुछ दिनों से देशभर में रेलवे सुरक्षा बल द्वारा टिकट कालाबाजारी के खिलाफ अभियान छेड़ा गया है। पश्चिम रेलवे के सहायक सुरक्षा आयुक्त नरेंद्र मोहन वशिष्ठ के नेतृत्व में मुंबई मंडल में टिकट दलालों पर रेड की गई है। 8 नवंबर को आरपीएफ की अपराध शाखा ने खबरियों से मिली सूचना के आधार पर ‘इंफिनिटी हॉलिडे’ पर रेड की। इस रेड में कुल 343 टिकटों (पीएनआर) का पता चला है, जिनकी कुल कीमत 20,66,582 है।
रेड के दौरान पता चला कि घाटकोपर की एसवीडीडी स्कूल सहित कुछ अन्य स्कूलों की ग्रुप बुकिंग अवैध तरीके से हुई है। इस केस के जांच अधिकारी सुरेंद्र कुमार ने बताया कि जुलाई में ये बल्क बुकिंग हुई थी। इसकी सूचना स्कूल को पूर्व में ही कर दी गई थी। इस स्कूल के लिए 66 टिकटें बुक हुई थीं, जिनकी कीमत 3,20,672 रुपये है।
इस बुकिंग के लिए इस्तेमाल मोबाइल नंबर डाटाबेस में रिपीट हो रहे थे। शक होने पर गहन जांच की गई, जिसमें पूरी वारदात का भंडाफोड़ हो गया। इस केस में शातिर आरोपी ललित विंधेश्वर झा (48) और प्रशांत अंधलकर (45) को गिरफ्तार किया है। इन दोनों आरोपियों पर रेलवे ऐक्ट के तहत अपराध दर्ज किया गया, लेकिन कोर्ट से इन्हें जमानत मिल गई।
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