पंचायत सचिवालय में महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री की मनायी गयी जयंती

जल, जंगल, जमीन की रक्षा और वनाधिकार पट्टा को लेकर शपथ दिलाया गया

एस. पी. सक्सेना/लातेहार (झारखंड)। लातेहार जिला के हद में चंदवा प्रखंड के कामता पंचायत सचिवालय में महात्मा गांधी के चित्र पर पुष्प अर्पित कर माल्यार्पण कर राष्ट्रपिता और लाल बहादुर शास्त्री की जयंती मनाया गया। साथ ही ग्राम सभा आयोजित की गई एवं शपथ दिलाया गया।

जयंती के अवसर पर हम सभी ग्रामवासी यह शपथ लेते हैं कि वन अधिकार अधिनियम 2006 के द्वारा दिए गए अधिकार का उपयोग करते हुए ग्राम स्तर पर वनाधिकार समिति का गठन, पुनर्गठन करेंगे तथा वन पर निर्भर रहिवासियों और समुदायों को वनाधिकार पट्टा दिए जाने हेतु उनके दावा पर नियम अनुसार अनुसंशा करेंगे। हम सभी जल, जंगल और जमीन एवं इसके संशाधनों की रक्षा के लिए समर्पित और संगठित प्रयास करेंगे की शपथ ली गयी।

जयंती के अवसर पर पंचायत समिति सदस्य अयुब खान ने कहा कि महात्मा गांधी के विचार आज अधिक प्रासंगिक व अनुकरणीय है। उन्होंने कहा कि गांधी जयंती पर स्वच्छता अभियान के साथ – साथ विशेष ग्राम सभाएं भी आयोजित की जा रही है। क्योंकि सभी जानते हैं कि स्वच्छता व सुराज महात्मा गांधी का सपना था।

इसे सबके सहयोग से साकार करना है। उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी नाम नहीं एक विचार थे। इनके नेतृत्व में देश के स्वतंत्रता के लिए अहिंसात्मक आंदोलन किया गया था। इनके एक आवाज पर सभी भारतीय एक साथ चल पड़े। बापू का यह कहना कि किसी व्यक्ति की पहचान उसके कपड़ों से नहीं, बल्कि उसके चरित्र से होती है।

इस अवसर पर पंचायत समिति सदस्य अयुब खान, मुखिया नरेश भगत, रोजगार सेवक अजय भगत, जल सहिया पानेश्वरी देवी, अंम्बादोहर ग्राम प्रधान प्रमोद उरांव, अमित कुमार, मोफील खान, जहांगीर खान, इरफान खान, फिरदौस खान, सनिका मुंडा, आदि।

शाहिद खान, नईम खान, मकबुल खान, रेहाना बीवी, रसीदा बीवी, मुस्तरी बीवी, गुलो देवी, आसमीना बीवी, बसंती देवी, निखहत प्रवीन, सुलताना बीवी, लालो देवी, रेखा देवी, अफसाना बीवी, शांति देवी, शैलु महली, कारी देवी, हरिलाल महली, लालधारी महली सहित अन्य कई मौजूद थे।

राष्ट्रीय चिह्न अशोक स्तंभ को प्रशासन और कोल ब्लॉक कंपनी से ठीक कराने की मांग

चंदवा स्थित इंदिरा गांधी चौंक पर बीते एक अक्टूबर की रात्रि अज्ञात चार पहिया वाहन के धक्के से भारत का राष्ट्रीय चिह्न अशोक स्तंभ गिर गया। इसे जल्द से जल्द ठीक कराने की मांग सामाजिक कार्यकर्ता और कामता पंचायत समिति सदस्य अयुब खान, राज्यसभा सांसद प्रतिनिधि असगर खान ने प्रखंड प्रशासन और कोल ब्लॉक कंपनियों से की है।

उन्होंने कहा कि ऐतिहासिक अशोक स्तंभ शहर और इंदिरा गांधी चौंक की पहचान है। साथ ही संस्कृति और शांति का सबसे बड़ा प्रतीक माना गया है अशोक स्तंभ चिह्न।

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