एन. के. सिंह/फुसरो (बोकारो)। बोकारो जिला के हद में फुसरो नगर परिषद क्षेत्र के कदमाडीह में 26 सितंबर को करमा महोत्सव धूमधाम के साथ मनाई गई।
इस संबंध में जानकारी देते हुए स्थानीय रहिवासी गणेश सिंह और नारायण सिंह ने कहा कि करमा महोत्सव भाई-बहन का पवित्र त्यौहार है। जिस तरीके से हम लोग करमा डार की पूजा करते हैं, इसीलिए यह महोत्सव पर्यावरण संरक्षण का भी संदेश देता है। उन्होंने कहा कि झारखंड राज्य प्रकृति की गोद में बसा है। यह हरा भरा रहे। कहा कि करमा पर्व के अवसर पर हमें संकल्प लेने की जरूरत है कि आने वाली पीढ़ी को हम हरा-भरा झारखंड दें।
ज्ञात हो कि करमा पर्व भाई-बहन के स्नेह और प्रेम का प्रतीक है। यह पर्व भाई-बहन के आपसी सद्भाव, स्नेह और प्रेम का प्रतीक है। बहनें सात दिनों तक करमा गीत के साथ लोक नृत्य करती हैं। करम पौधे की डाली लगाकर पूजा की जाती है।
इस दौरान महिलाएं करम डाली के चारों ओर घूम-घूमकर गीत गाती हैं। भाई खीरा लेकर बहनों से सवाल करते हैं कि करमा पर्व किसके लिए करती हो, तब बहनें जबाव देती हैं भाईयों की मंगलकामना के लिए।
इस अवसर पर अमित सिंह, बुधन सिंह, प्रेमचंद सिंह, चिंतामणि सिंह, परमेश्वर सिंह, सुंदर सिंह, पुरण सिंह, बिनोद सिंह, निर्मल सिंह, गौतम सिंह, रणजीत सिंह, बुधन सिंह, प्रेमचंद सिंह, महरू सिंह, छकुन सिंह, शनी सिंह आदि मुख्य रूप से शामिल हुए।
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