प्रहरी संवाददाता/गोमियां (बोकारो)। बोकारो जिला के हद में ललपनियां में भाकपा माओवादी पोस्टर बाजी से क्षेत्र में दहशत का माहौल कायम हो गया है। पुलिस पोस्टर को बरामद कर मामले की सत्यता की जांच में जुट गयी है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार बोकारो जिला के ललपनियां बाजार में प्रतिबंधित नक्सली संगठन भाकपा माओवादी पोस्टर लगाये जाने की घटना के बाद एक बार फिर बेरमो के नक्सल प्रभावित इलाके में माओवादियों की सक्रियता सामने आई है।
बताया जाता है कि ललपनियां बाजार में अलग-अलग दुकानों पर बीते 18 सितंबर की रात भाकपा माओवादियों द्वारा पोस्टर चिपकाया गया। दूसरे दिन 19 सितंबर की सुबह जैसे ही इसकी जानकारी पुलिस को मिली, पोस्टरों को उखाड़ कर थाना ले आई।
बताया जाता है कि नक्सलियों द्वारा ललपनियां थाना से चंद कदम की दूरी पर कुल आठ दुकानों में पोस्टर चिपकाए गए थे। इस घटना से चर्चा का बाजार गर्म है। वहीं ग्रामीणों में दहशत का माहौल भी है।
जानकारी के अनुसार हर पोस्टर में अलग-अलग स्लोगन लिखी थी। चिपकाए गए हर पोस्टर में अलग-अलग बात लिखी है।
एक पोस्टर में भाकपा माओवादियों के तमाम वीर शहीदों को शत-शत नमन तो दूसरे में विश्व के सर्वहारा क्रांति के महान नेता मार्क्स, एंगेल्स, लेनिन और स्तालिन माओ को लाल सलाम, अन्य में हर प्रकार के संशोधनवाद मुर्दाबाद, मौजूदा फांसीवादी, स्वेच्छाचारी व्यवस्था को खत्म कर जनवादी व्यवस्था को लागू करो, भाकपा के संस्थापक, आदि।
शिक्षक व मार्गदर्शक नेता कॉ चारु मजूमदार और कन्हाई चटर्जी को शत-शत लाल सलाम, विश्वभर के तमाम मार्क्सवादी, लेनिनवादी, माओवादी पार्टियों की एकता जिंदाबाद, इंकलाब जिंदाबाद, भारत की कम्युनिस्ट पार्टी जिंदाबाद लिखे हुए थे।
*आगामी 21 सितंबर को भाकपा माओवादी का स्थापना दिवस*
ज्ञात हो कि, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) का आगामी 21 सितंबर को स्थापना दिवस है। एमसीसी और भाकपा माले पीपुल्स वार संगठन का 21 सितंबर 2004 को विलय हुआ था। संभवत: इसे लेकर पोस्टर चिपकाया गया होगा। माओवादी स्थापना दिवस सप्ताह तक यानी 27 सितंबर तक मनाते हैं।
घटना के संबंध में बेरमो अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी वशिष्ठ नारायण सिंह ने बताया कि पोस्टर चिपका कर दहशत फैलाने की कोशिश की गई है। पुलिस ने सारे पोस्टर को जप्त कर लिया है। साथ ही पुलिस द्वारा इसकी सत्यता की जांच की जा रही है।
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