डीएमएफटी पर्सपेक्टिव प्लान पर विस्तृत चर्चा

एस. पी. सक्सेना/बोकारो। जिला खनन फाउंडेशन ट्रस्ट (डीएमएफटी) राशि इस्तेमाल को लेकर 18 सितंबर को समाहरणालय बोकारो में पर्सपेक्टिव प्लान पर चर्चा की गयी।

चर्चा सत्र की अध्यक्षता बोकारो जिला उपायुक्त ने किया। मौके पर उप विकास आयुक्त (डीडीसी) समेत सभी लाइन विभागों के वरीय पदाधिकारी आदि उपस्थित थे। चर्चा सत्र में खनन विभाग द्वारा चयनित कंपनी आइ-फारेस्ट के रिसोर्स पर्सन/राज्य समन्वयक द्वारा विस्तार से क्रमवार जानकारी दी गई।

इस अवसर पर जिला उपायुक्त कुलदीप चौधरी ने सभी लाइन विभागों को कंपनी द्वारा पर्सपेक्टिव प्लान को लेकर बताई गई बातों को सुनने/समझने और आने वाले दिनों में अपने विभाग द्वरा इसी के अनुरूप प्लान तैयार करने को कहा। उन्होंने इंटरनेशनल फोरम फॉर एनवायरमेंट सस्टेनेबिलिटी एंड टेक्नोलॉजी (आइ-फारेस्ट) कंपनी के प्रतिनिधियों को जिले को केंद्रित करते हुए मानीटरिंग मैट्रिक्स, अलग-अलग इंडीकेटर्स एवं बेस्ट प्रैक्टिसेज को लेकर फार्मेट तैयार करने की बात कही।

इंटरनेशनल फोरम फॉर एनवायरमेंट सस्टेनेबिलिटी एंड टेक्नोलॉजी (आइ-फारेस्ट) की श्रेष्ठा ने डीएमएफटी के वर्ष 2015 में गठन एवं अब तक इसके तहत किए जाने वाले कुछ कार्यों के संबंध में बताया। उन्होंने पर्सपेक्टिव प्लान क्या है? इसके अनुसार हम कैसे योजनाओं से संबंधित अपने वार्षिक प्लान को बना सकते हैं?

इसके संबंध में विस्तार से जानकारी दी। उपस्थित पदाधिकारियों को प्रधानमंत्री खनिज क्षेत्र कल्याण योजना (पीएमकेकेकेवाई) के तहत जिला खनन फाउंडेशन ट्रस्ट की राशि खर्च करने को लेकर वर्ष 2023 में जो नई गाइडलाइन जारी की गई है, उसके संबंध में बताया।

कहा कि क्युमुलेटिव अक्रूअल के 70 फीसदी राशि को प्रभावित क्षेत्र में खर्च करनी है। डीएमएफटी के 15 फीसदी राशि आजीविका (लाइवली हूड) में खर्च होगी। शेष राशि कौशल विकास एवं आजीविका सृजन एवं कृषि क्षेत्र में खर्च करना है।

आइ-फारेस्ट के प्रतिनिधि ने डीएमएफटी के लिए प्राथमिकता क्षेत्र (प्रायोरिटी सेक्टर) के संबंध में भी बताया। बताया कि विभाग ने 4 सेक्टरों को प्राथमिकता के तहत चिन्हित किया है। जिसमें कौशल एवं आजीविका, कृषि, शिक्षा एवं स्वास्थ्य सेवा शामिल है। इन सभी को ध्यान में रखते हुए अगले 5 वर्ष के लिए योजना तैयार करना है।

मौके पर इंटरनेशनल फोरम फॉर एनवायरमेंट सस्टेनेबिलिटी एंड टेक्नोलॉजी प्रतिनिधियों द्वारा सुझाव भी प्राप्त किया गया। मौके पर डीडीसी कीर्तिश्री, आइ-फारेस्ट के राज्य समन्वयक सत्यम अभिषेक, सिविल सर्जन डॉ दिनेश कुमार, जिला शिक्षा पदाधिकारी जगरनाथ लोहरा, जिला शिक्षा अधीक्षक मो. नूर आलम खान, सहायक निदेशक सामाजिक सुरक्षा पीयूष, आदि।

सीएसआर नोडल पदाधिकारी शक्ति कुमार, जिला श्रम अधीक्षक प्रवीण कुमार, सहायक जनसंपर्क पदाधिकारी अविनाश कुमार, जेएसएलपीएस डीपीएम प्रकाश रंजन, विभिन्न तकनीकी विभागों के कार्यपालक अभियंता, डीएमएफटी की पीएमयू टीम, पिरामल फाउंडेशन के प्रतिनिधि आदि उपस्थित थे।

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