हिन्दी दिवस पर डीडीसी ने दी जिलावासियों को शुभकामना
अवध किशोर शर्मा/सारण (बिहार)। सारण जिला मुख्यालय छपरा स्थित जिला ग्रामीण विकास अभिकरण सभागार में 14 सितंबर हिन्दी दिवस के अवसर पर जिला प्रशासन द्वारा भव्य समारोह का आयोजन किया गया। समारोह में कहा गया कि हिंदी राष्ट्रभाषा होने के कारण राष्ट्रीय एकता का प्रतीक है। इसके लोकभाषा के रुप में प्रयोग करने के लिए व्यापक प्रचार प्रसार की आवश्यकता है।
कार्यक्रम में सारण के उप विकास आयुक्त (डीडीसी) प्रियंका रानी के साथ बड़ी संख्या में जिला स्तरीय पदाधिकारी व् समाहरणालय के कर्मी उपस्थित थे। इस अवसर पर पदाधिकारीगण एवं कर्मीयों ने अपने उद्गार व्यक्त किये।
इस अवसर पर डीडीसी प्रियंका रानी ने सर्वप्रथम जिलावासियों एवं जिला ग्रामीण विकास अभिकरण के सभागार में उपस्थित सभी पदाधिकारी व् कर्मी को हिन्दी दिवस की शुभकामना दी। उन्होंने कहा कि हिन्दी राष्ट्रभाषा होने के कारण राष्ट्रीय एकता का प्रतीक भी है।
इसके लोकभाषा में इस्तेमाल करने हेतु व्यापक प्रचार-प्रसार की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि हिन्दुस्तान विभिन्न भाषाओं एवं संस्कृति वाला देश है, परन्तु हिन्दी भाषा को संवैधानिक रुप से भारत की अधिकारिक भाषा का दर्जा प्राप्त है।
डीडीसी ने बताया कि 14 सितम्बर 1949 को संविधान सभा द्वारा हिन्दी को राजभाषा के रूप में अंगीकृत किया गया। बिहार हिन्दी भाषी राज्य है। यहां 1950 से ही राजभाषा अधिनियम लागू है। हिन्दी भाषा राष्ट्रीय अस्मिता की पहचान तथा जनमानस की अभिव्यक्ति का एक सशक्त माध्यम है।
हिन्दी देवनागरी लिपि में लिखी जाने वाली भाषा है। हिन्दी संवैधानिक रूप से भारत की राजभाषा के साथ-साथ भारत में सबसे अधिक बोली या समझी जाने वाली भाषा है। कहा कि मातृ भाषा हिन्दी और देश के प्रति सम्मान दिखाने के लिए हिन्दी दिवस का आयोजन किया जाता है।
जिला लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी संजय कुमार ने इस अवसर पर वर्तमान परिस्थिति में हिन्दी की प्रासंगिकता पर प्रकाश डालते हुए इसके नैसर्गिक विकास पर बल दिया। उन्होंने कहा कि हिन्दी हमारे देश की सबसे समृद्ध भाषा है। इसे सभी सहजता से लिखते, पढ़ते और समझते हैं। इसलिए आवश्यक है कि हम अपने कार्यों का निष्पादन हिन्दी में ही करें।
हिन्दी का अधिक से अधिक उपयोग हीं हिन्दी भाषा साहित्य के विकास एवं विस्तार को प्रोत्साहित करेगा। उन्होंने कहा कि सभी सरकारी कार्यालयों के साथ-साथ शैक्षणिक संस्थानों में भी हिन्दी में कार्य करने हेतु प्रेरित करने की आवश्यकता है।
इस अवसर पर पुलिस उप अधीक्षक सारण सौरभ जयसवाल, सहायक अनुमंडल पदाधिकारी, वरीय उप समाहर्ता- सह- प्रभारी पदाधिकारी जिला सामान्य शाखा चांदनी सुमन, जिला स्तरीय पदाधिकारी एवं समाहरणालय तथा डीआरडीए के कर्मीयों द्वारा भी अपने उद्गार व्यक्त किये गये।
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