रंजन वर्मा/कसमार (बोकारो)। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के पुत्र सह राज्य सरकार में मंत्री उदयनिधि स्टालिन तथा द्रमुक उपसचिव सह सांसद ए राजा द्वारा सनातन धर्म के प्रति की गई भद्दी टिप्पणी एवं इसे मिटाने की बात कहने पर संयुक्त भारतीय धर्म संसद के प्रदेश अध्यक्ष शशि भूषण ओझा ‘मुकुल’ ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है।
मुकूल ने 8 सितंबर को आक्रोश व्यक्त करते हुए इसे सनातनियों की आस्था पर आघात बताया है। साथ ही इसे देश में अशांति फैलाने वाला बयान कहा है। उन्होंने कहा क वसुधैव कुटुंबकम् एवं सर्वे भवन्तु सुखिनः का उद्घोष करने वाला सनातन धर्म न सिर्फ दुनिया का सबसे पुराना धर्म है, बल्कि इसने सबको साथ लेकर चलने तथा सबके कल्याण की बात सदा कहा है।
आश्चर्य तो इस बात का है कि चुनाव में कपड़े के ऊपर जनेऊ पहनकर मंदिरों में घूमने वाले और खुद को हिंदू ब्राह्मण कहने वाले एक दल के बड़े नेता भी अभी मौन हैं। यही नहीं कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष के पुत्र जो कर्नाटक विधान सभा में विधायक हैं उन्होंने भी स्टालिन के बयान का समर्थन किया है।
मुकूल ने कहा कि संयुक्त भारतीय धर्म संसद ऐसे सभी व्यक्तियों और राजनीतिक दलों को चेतावनी देती है कि वे सनातन धर्म के प्रति ओछा बयान देकर सनातनियों की भावनाओं को भड़काने का काम नहीं करें अन्यथा उन्हें माफ नहीं किया जाएगा। संयुक्त भारतीय धर्म संसद ऐसे घृणित और देश में नफरत और अशांति फैलाने की दृष्टि से बयान देने वालों के विरुद्ध बहुत जल्द केस दायर करेगा।
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