मजदूरी भुगतान नहीं होने पर पलायन को मजबूर मनरेगा मजदूर
रंजन वर्मा/कसमार (बोकारो)। भगवान श्रीकृष्ण जन्मोत्सव कृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर 6 सितंबर की संध्या 5 बजे बोकारो के पर्यावरण मित्र चौक के पास चारों तरफ स्वास्थ्य एवं पर्यावरण संरक्षण संस्थान द्वारा कई पौधों का रोपण किया गया।
इस अवसर पर संस्थान के महासचिव शशि भूषण ओझा ‘मुकुल’ ने कहा कि नया मोड़ से चास जाने वाली मुख्य सड़क के चौड़ीकरण एवं एयरपोर्ट निर्माण से सैकड़ों पुराने वृक्षों को प्रशासन द्वारा काट दिया गया। इसके बदले में यहां एक भी पेड़ नहीं लगाए गए, जिस कारण इस क्षेत्र में पर्यावरण असंतुलन की संभावना बढ़ गई है।
उन्होंने कहा कि इसी समस्या के समाधान हेतु स्वास्थ्य एवं पर्यावरण संरक्षण संस्थान द्वारा यहां पर्यावरण मित्र चौक के आसपास अनेकों वृक्ष लगाकर पर्यावरण को संतुलित करने का प्रयास किया जा रहा है।
ज्ञात हो कि, संस्थान द्वारा पर्यावरण मित्र चौक बोकारो के कैंप 2 मोड़ से लेकर राम मंदिर तक जाने वाली इस पर्यावरण मित्र पथ के किनारे-किनारे भी कई फल, फूल एवं जड़ी बूटियों के पौधों का रोपण करने का निर्णय लिया गया है।
इस वृक्षारोपण कार्यक्रम में शशि भूषण ओझा मुकुल, रघुबर प्रसाद, बबलू पांडेय, मृणाल चौबे, अभय कुमार गोलू, अजीत भगत, पं. गंगा कांत झा, विनोद यादव, अमित शाह, गोवर्धन सिंह चौधरी, रंजित साहू, सुरेंद्र कुमार सहित कई पर्यावरण रक्षकों ने भाग लिया।
एक अन्य जानकारी के अनुसार बोकारो जिला के हद में कसमार प्रखंड के मनरेगा मजदूरों का मजदूरी दो महीना से भुगतान नहीं होने के कारण उनके समक्ष भुखमरी की समस्या उत्पन्न हो गई है। कई बार मजदूरी भुगतान को लेकर मनरेगा मजदूर पंचायत से लेकर प्रखंड मुख्यालय का चक्कर लगाकर थक चुके है।
मनरेगा मजदूरों के अनुसार उनकी मजदूरी के भुगतान की मांग रोजगार सेवक, बीपीओ, प्रखंड विकास पदाधिकारी से करने पर स्पष्ट रूप से कहा जाता है कि केंद्र और राज्य सरकार द्वारा पैसा नहीं आया है। यदि मजदूरों का भुगतान नहीं होगा। इसी तरह रवैया रहा। मजदूरी भुगतान नहीं होने की स्थिति में मजदूर पलायन को हो जायेंगे विवश।
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