बाल विवाह रोकने में जनप्रतिनिधियों की भूमिका अहम-गौतम सागर

रंजन लाला/कसमार (बोकारो)। बाल विवाह को रोकने को लेकर गर्ल्स नॉट ब्राइड्स, सहयोगिनी एवं आशा संस्था के संयुक्त तत्वावधान में बीते 7 अगस्त को कसमार प्रखंड के हद में पोंडा पंचायत सचिवालय में एकदिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में स्थानीय मुखिया हारू रजवार, सहयोगिनी के निदेशक गौतम सागर समेत पंचायत क्षेत्र के स्टेक होल्डर्स मौजूद थे।

इस अवसर पर उपस्थित स्कूली बच्चों एवं बच्चियों को संबोधित करते हुए निदेशक गौतम सागर ने बाल विवाह के कानूनी पहलुओं की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि बाल विवाह एक सामाजिक अभिशाप के साथ साथ कानूनन जुर्म भी है।

जो भी बाल विवाह में शामिल होते हैं, सभी को दो साल की जेल एवं एक लाख रुपये जुर्माना लगाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि बाल विवाह को रोकना हम सभी का सामाजिक दायित्व एवं कर्तव्य है। उन्होंने कहा कि बाल विवाह रोकने में जनप्रतिनिधियों की भूमिका अहम है।

मुखिया हारू रजवार ने कहा कि बाल विवाह से लड़कियों को जीवन में कई तरह की परेशानी झेलनी पड़ सकती है। जिसका भी बचपन में विवाह होता है। बाद में कुछ साल बाद महिलाओं के शरीर में खून की कमी समेत अन्य कई प्रकार की बीमारियां हो सकती है।

इससे मां और बच्चे दोनों की जिंदगी में खतरा हो सकता है। उन्होंने बताया कि कहीं भी बाल विवाह की सूचना मिले तो तुरंत चाइल्ड लाइन में फोन करें। इससे बाल विवाह को तुरंत रोका जा सकता है। इस दौरान उपस्थित जनों को बाल विवाह रोकने को लेकर शपथ ग्रहण करवाई गई।

मौके पर सूर्यमनी देवी, कुमारी किरण, खीरी देवी, नीलम देवी, सोनू रजवार, मीना मुखर्जी, राजकिशोर, पारस नाथ महतो, सुरेश कुमार हांसदा, दीपबाला देवी, अनिता देवी, रामचरण मांझी, मुरारी सिंह, नेहा कुमारी, शत्रुघ्न हेम्ब्रम, सुरेश कुमार नायक, परमेश्वर मांझी, सुरेश हांसदा, अजीत हांसदा, वीरेन्द्र हेम्ब्रम, शिवलाल टुड्डू, विशाल हेम्ब्रम, युवराज सिंह, प्रमोद सिंह, बेबी देवी, उत्पल मुखर्जी व अन्य ग्रामीण रहिवासी मौजूद थे।

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