पियूष पांडेय/बड़बील (ओड़िशा)। कड़ी सुरक्षा के बीच टाटा स्टील की तिरिंग पहाड़ खदान के 169 हेक्टेयर खनन क्षेत्र विस्तार को लेकर 29 जुलाई को लोक जन सुनवाई का आयोजन किया गया।
जानकारी के अनुसार क्योंझर जिला के हद में जोडा ब्लॉक तथा बरबिल तहसील के गुरदा, पलासा, जरीबहाल और खड़बांध गांव के पास स्थित टाटा स्टील आयरन ओर मैंगनीज खदान के विस्तार की मंजूरी के लिए सरकार द्वारा जन सुनवाई कार्यक्रम आयोजित किया गया।
सार्वजनिक जन सुनवाई क्योंझर के अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट यदुमणि महला और क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण अधिकारी प्रशांत कर की देखरेख में आयोजित की गई। उक्त कार्यक्रम में बरबिल के तहसीलदार आलोक पटेल समेत टाटा स्टील कंपनी के उच्च पदस्थ अधिकारी मौजूद थे। इस जन सुनवाई में गुरदा, पलासा, जरीबहाल एवं खंड बन क्षेत्र के सैकड़ों महिला-पुरुषों ने भाग लिया और कंपनी के जनोन्मुखी गतिविधियों की सराहना करते हुए कंपनी के पक्ष में अपनी राय व्यक्त की।
जानकारी के अनुसार टाटा स्टील कंपनी का वार्षिक उत्पादन क्षमता 0.98 लाख टन से बढ़कर 5.38 लाख टन प्रति वर्ष हो गई है, जिसमें प्रति वर्ष 6.889 लाख लौह अयस्क की आवश्यकता पड़ेगी। तिरिंग पहाड़ खनन के शामिल होने से कुल उत्पादन 41.62 लाख टन प्रति वर्ष हो गया है। प्रतिवर्ष और कुल 52.36 लाख टन निकाले जाने की उम्मीद है।
आज की जन सुनवाई में उन्होंने कंपनी से स्थानीय रोजगार, शिक्षा, स्वास्थ्य और परिवहन पर ध्यान देने का अनुरोध किया और पलासा गांव में एक अस्पताल स्थापित करने का अवसर भी दिया।
कंपनी की ओर से प्रभावित रहिवासियों की सभी मांगों को पूरा करने के साथ-साथ बुनियादी समस्याओं का भी कंपनी द्वारा हमेशा ध्यान रखने का आश्वासन दिया गया। साथ हीं हमेशा यहां के रहिवासियों के साथ रहने का वादा किया गया। अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी महला ने कहा कि इस जन सुनवाई में स्थानीय रहिवासियों ने कंपनी का पूरा सहयोग किया।
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